राजस्थान स्टेट हज कमेटी के अधिशासी अधकारी डॉ. महमूद अली खान ने बताया कि सेंट्रल हज कमेटी ने सर्कुलर जारी करके इस बात की जानकारी दी है। सेंट्रल हज कमेटी ने ग्रीन कैटेगरी के आवेदकों से कहा है कि वह अपनी कैटेगरी ग्रीन से बदल कर अजीजिया कर लें। ऐसे में बची हुई रकम वापस कर दी जाएगी। यदि ग्रीन कैटेगरी के आवेदक अजीजिया कैटिगरी में शिफ्ट नहीं होते तो ऐसी स्थिति से निबटने के लिए 10 हजार सीटों के लिए कुर्रा लॉटरी निकाली जाएगी।
ग्रीन कैटेरगी का फायदा
यात्रा से जुड़े लोगों की मानें तो ग्रीन गैटेगरी का सबसे बड़ा फायदा हरम शरीफ के पास रुकने का होता है। हरम शरीफ के आस-पास ही इमारत अलॉट मिलती है। लेकिन इस बार हजारों यात्रियों का यह सपना साकार नहीं हो सकेगा।
यात्रा से जुड़े लोगों की मानें तो ग्रीन गैटेगरी का सबसे बड़ा फायदा हरम शरीफ के पास रुकने का होता है। हरम शरीफ के आस-पास ही इमारत अलॉट मिलती है। लेकिन इस बार हजारों यात्रियों का यह सपना साकार नहीं हो सकेगा।
हज ट्रेंनिंग कैम्प
24 जून से हज ट्रेनिंग कैम्प की शुरुआत होगी। इस दौरान हज जाने वाले लोग वहां के तौर तरीके सीखेंगे। जुलाई भर राज्य के विभिन्न इलाकों में यह शिविर लगाए जाएंगे। इसमें तमाम सामाजिक संगठनों का भी सहयोग मिलता है।
फैक्ट फाइल
-2.50 लाख रुपए जमा हुए हैं ग्रीन कैटेगरी के लिए -2.24 लाख रुपए जमा हुए अजीजिया के लिए
-5500 से अधिक लोग इस बार जाएंगे हज यात्रा के लिए प्रदेश भर से -150-180 ग्रीन कैटेगरी में सीटें मिलने की संभावना है नए नियमों के तहत
-1500 प्रदेश के हाजियों ने आवेदन किया था ग्रीन कैटेगरी के लिए
-2.50 लाख रुपए जमा हुए हैं ग्रीन कैटेगरी के लिए -2.24 लाख रुपए जमा हुए अजीजिया के लिए
-5500 से अधिक लोग इस बार जाएंगे हज यात्रा के लिए प्रदेश भर से -150-180 ग्रीन कैटेगरी में सीटें मिलने की संभावना है नए नियमों के तहत
-1500 प्रदेश के हाजियों ने आवेदन किया था ग्रीन कैटेगरी के लिए