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चिंतामणि रत्न के समान है भक्तामर स्तोत्र

locationबैंगलोरPublished: Jul 17, 2018 11:38:47 pm

Submitted by:

Rajendra Vyas

साध्वी संयमलता ने धर्मसभा में कहा

dharmsabha

चिंतामणि रत्न के समान है भक्तामर स्तोत्र

भक्तामर स्तोत्र के 26वें श्लोक का अनुष्ठान

बेंगलूरु. वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ यशवंतपुर के तत्वावधान में साध्वी संयमलता, अमितप्रज्ञा, कमलप्रज्ञा, सौरभप्रज्ञा आदि ठाणा के सान्निध्य में भक्तामर स्तोत्र के 26वें श्लोक का अनुष्ठान सानंद संपन्न हुआ।
धर्मसभा में साध्वी संयमलता ने कहा कि भक्तामर स्तोत्र चिंतामणि रत्न के समान है जो चिंता को चूर करता है। भक्तामर स्तोत्र भगवान आदिनाथ की स्तुति है जो सृष्टि के आदिकर्ता है। आचार्य मनतुंग ने जिन शासन की सुरक्षा के लिए भक्तामर स्तोत्र की रचना की। उत्तमचंद भलगट परिवार ने जाप किया व प्रारंभ में मंगल कलश की स्थापना की।
संचालन मंत्री रमेश बोहरा ने किया।
तप अभिनंदन समारोह का आयोजन
बेंगलूरु. तेरापंथ सभा भवन गांधीनगर से सोमवार को विहार कर डबल रोड पहुंचे साध्वी कंचनप्रभा आदि ठाणा 5 के सान्निध्य में विमलादेवी भंसाली के 21 दिन की तपस्या का पारणा कार्यक्रम एवं तप अभिनंदन हुआ। इस अवसर पर साध्वी कंचनप्रभा ने कहा कि चातुर्मास के पूर्व ही 21 दिन की तपस्या महत्वपूर्ण है। तपस्या के द्वारा पूर्व जन्मों से अर्जित कर्म झीण होते हं,ै आत्मा विशुद्ध होती है। विमला देवी हर चातुर्मास में अच्छी तपस्या करती है। सौभाग्यशाली आत्मा इतना मनोबल बना सकती है। साध्वी मंजुरेखा ने कहा कि विमला देवी ने हमारे चातुर्मासिक प्रवेश के उपलक्ष्य में तप का उत्तम उपहार भेंट कर दिया। साध्वी चेलनाश्री ने भी आशीर्वाद दिया। सभा मंत्री प्रकाश लोढ़ा ने विमला देवी की तपस्या की अनुमोदना की। नीतू भंसाली ने गीतिका पेश की। तपस्वी का सम्मान साहित्य द्वारा किया गया। जितेन्द्र घोषाल ने शान्तिनगर की तरफ से तप अनुमोदना की।
विकलांगों को साइकिल वितरित
मण्ड्या. में बन्नूर रोटरी क्लब की ओर से विकलांग लोगों को साइकिल वितरित की गई। क्लब अध्यक्ष एमएन रामचंद्रू, उपाध्यक्ष महेंद्रसिंह राजपुरोहित, सचिव किशन गौड़ा सहित अन्य मौजूद रहे।
दालसनुर रेलवे स्टेशन बंद
बेंगलूरु. बेंगलूरु रेल मंडल के चिक्कबल्लापुर-कोलार खंड पर श्रीनिवासपुरा-गोट्टीहल्ली के बीच स्थित दालसनुर हॉल्ट स्टेशन को बंद कर दिया गया है।

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