मां दुर्गा की कृपा प्राप्ति के लिए कुछ सरल उपाय हैं। – मां दुर्गा को तुलसी दल और दूर्वा चढ़ाना निषिद्ध है। – अपने घर के पूजा स्थान में भगवती दुर्गा, भगवती लक्ष्मी और मां सरस्वती के चित्रों की स्थापना करके उनको फूलों से सजाकर पूजन करें। – नौ दिनों तक माता का व्रत रखें। अगर शक्ति न हो तो पहले, चौथे और आठवें दिन का उपवास अवश्य करें। मां भगवती की कृपा जरूर प्राप्त होगी। – नौ दिनों तक घर में मां दुर्गा के नाम की ज्योत अवश्य जलाएं। – अधिक से अधिक नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप अवश्य करें। – इन दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें।
मनोवांछित फल देते हैं मां दुर्गा के 32 नाम, अवश्य पढ़ें… वर्षभर में आने वाली किसी भी नवरात्रि में अथवा प्रतिदिन श्री दुर्गा माता, भगवती की उपासना करने से हर व्यक्ति को मन इच्छित फल प्राप्त होते हैं।
जब दानव महिषासुर के वध से प्रसन्न और निर्भय हो गए त्रिदेवों सहित देवताओं ने प्रसन्न भगवती से (‘हे देवी! यदि वह उपाय गोपनीय हो तब भी कृपा कर हमें कहें’) ऐसे किसी अमोघ उपाय की याचना की, जो सरल हो और कठिन से कठिन विपत्ति से छुड़ाने वाला हो, तब मां दुर्गा ने उनके अतिप्रिय इन 32 नामों को जपने का रहस्य समझाया था।
इस तरह जपें दुर्गा के पावन नाम- देहशुद्धि के बाद कुश या कंबल के आसन पर बैठकर पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करके घी के दीपक के सामने इन नामों की 5, 11 या 21 माला 9 दिन करनी है और जगतमाता से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की याचना करनी है।
22. दुर्गमार्थस्वरुपिणी 23. दुर्गमासुर संहंत्रि 24. दुर्गमायुध धारिणी 25. दुर्गमांगी 26. दुर्गमता 27. दुर्गम्या 28. दुर्गमेश्वरी 29. दुर्गभीमा 30. दुर्गभामा 31. दुर्गमो 32. दुर्गोद्धारिणी कोई भी व्यक्ति परेशानी या कठिनाई के समय में इन 32 नामों का उच्चारण करता है, तो क्षण भर में सभी दुख दूर हो जाते है और वो आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत करता है।