कैसे रोका जा सकता है प्रदूषण इसमें पर्यावरण एवं प्रदूषण के विषय विशेषज्ञ छात्रों की क्लास लेकर उन्हें इसकी बेसिक जानकारी देगे। छात्रों को प्रदूषण के कारण और इसे कैसे रोका जा सकता है। इसकी जानकारी प्रेक्टिकल के रूप में दी जाएगी। इसके लिए बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से जिले के सभी 36 निजी एवं सरकारी महाविद्यालय तथा 116 हायर सेकण्डरी स्कूलों को चिह्नित किया गया है। जिले के 152 शैक्षणिक संस्थाओं में एक दिन पर्यावारण प्रदूषण क्लास लगाकर छात्र- छात्राओं को प्रदूषण क्या है। इसे रोका कैसे जा सकता है इसकी शिक्षा देकर उनके प्रदूषण को कम करने में सहयोग की अपील की जाएगी।
इसलिए जरूरी है प्रदूषण को जानना
क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सतना एके श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदूषण एक संवेदनशील विषय है। इसेे लेकर सभी चिंतित हैं। लेकिन जल एवं वायु प्रदूषण होता कै से हैं। इसका मानक क्या है। यह स्वास्थ के लिए हानिकारण कैसे हैं। इसकी जानकारी आम जनता को नहीं हैं। पर्यावरण प्रदूषण को कम करना है तो इससे जन जन को परिचित कराना होगा। जब हर व्यक्ति प्रदूषण को जानेगा तभी इसमें लगाम लग सकती है। इसलिए स्कूलों एवं कॉलेजों में एक दिन पर्यावरण प्रदूषण की कार्यशाला आयोजित कर युवाओं को बेसिक जानकारी दी जाएगी। एक युवा प्रदूषण के बारे में जानेगा तो वह अपने परिवार एवं समाज में इसके प्रति जागरूकता लाएगा। इसी उद्देश्य से शैक्षणिक संस्थाओं एक-एक दिन की कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सतना एके श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदूषण एक संवेदनशील विषय है। इसेे लेकर सभी चिंतित हैं। लेकिन जल एवं वायु प्रदूषण होता कै से हैं। इसका मानक क्या है। यह स्वास्थ के लिए हानिकारण कैसे हैं। इसकी जानकारी आम जनता को नहीं हैं। पर्यावरण प्रदूषण को कम करना है तो इससे जन जन को परिचित कराना होगा। जब हर व्यक्ति प्रदूषण को जानेगा तभी इसमें लगाम लग सकती है। इसलिए स्कूलों एवं कॉलेजों में एक दिन पर्यावरण प्रदूषण की कार्यशाला आयोजित कर युवाओं को बेसिक जानकारी दी जाएगी। एक युवा प्रदूषण के बारे में जानेगा तो वह अपने परिवार एवं समाज में इसके प्रति जागरूकता लाएगा। इसी उद्देश्य से शैक्षणिक संस्थाओं एक-एक दिन की कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।