कैसे मिलेगा फायदा
सर्किल रेट के कॉन्सेप्ट को हम इस तरह समझते है। अब तक यदि आप कोई प्रॉपर्टी सर्किल रेट से कम कीमत में खरीदते थे तो उस ‘बचत’ को इनकम मानते हुए आपको उस पर इनकम टैक्स देना होता था, लेकिन अब घोषणा की गई है कि यदि आप सर्किल रेट से 5 फीसदी कम कीमत पर प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा।
उदाहरण के तौर पर यदि आप कोई ऐसी प्रॉपर्टी खरीदते हैं, जिसका सर्किल रेट 20 हजार रुपये प्रति वर्ग गज है और यदि आप 19000 रुपए प्रति वर्ग गज की दर से खरीदते हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। इस तरह आप प्रॉपर्टी की खरीद पर अपना कुछ फायदा कर सकते हैं।
सर्किल रेट के कॉन्सेप्ट को हम इस तरह समझते है। अब तक यदि आप कोई प्रॉपर्टी सर्किल रेट से कम कीमत में खरीदते थे तो उस ‘बचत’ को इनकम मानते हुए आपको उस पर इनकम टैक्स देना होता था, लेकिन अब घोषणा की गई है कि यदि आप सर्किल रेट से 5 फीसदी कम कीमत पर प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा।
उदाहरण के तौर पर यदि आप कोई ऐसी प्रॉपर्टी खरीदते हैं, जिसका सर्किल रेट 20 हजार रुपये प्रति वर्ग गज है और यदि आप 19000 रुपए प्रति वर्ग गज की दर से खरीदते हैं तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। इस तरह आप प्रॉपर्टी की खरीद पर अपना कुछ फायदा कर सकते हैं।
देश में हुई नोटबंदी, रियल एस्टेट रेग्युलेशन एक्ट (RERA) और जीएसटी का फायदा अब लोगों को मिलता हुआ नजर आ रहा है। इन सबके के लागू हो जाने के बाद आवासीय घरों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। नाइटफ्रैंक इंडिया रियल इस्टेट की रिपोर्ट के अनुसार देशभर के शहरों के आवासीय घरों की कीमत में औसतन 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
रिपोर्ट के अनुसार कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट पुणे (7 फीसदी) और मुंबई (5 फीसदी) के आवासीय घरों में देखी गई है। एनसीआर में आवासीय घरों की कीमत लगातार पिछले 6 सालों से कम हो रही है। पिछले साल भी कीमतों में औसतन 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। मकानों की घटती कीमत की प्रमुख वजह मांग में कमी को बताया जा रहा है।