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लोकसभा चुनाव से पहले नोएडा-ग्रेनो में तीन लाख फ्लैट्स का निर्माण करेगी केंद्र आैर यूपी सरकार

Published: Jan 30, 2019 01:05:40 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने करीब 3 लाख अटके हुए फ्लैटों को पूरा करने के लिए सरकारी बैंको के साथ रियल एस्टेट के लिए एक स्ट्रेस फंड बनाने पर विचार किया है।

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लोकसभा चुनाव से पहले नोएडा-ग्रेनो में तीन लाख फ्लैट्स का निर्माण करेगी केंद्र आैर यूपी सरकार

नर्इ दिल्ली। लोकसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। एेसे में उन लोगों को राहत देने की कोशिश की जा रही है जो नोएडा आैर ग्रेटर नोएडा में अपने आशियाने का इंतजार सालों से कर रहे हैं। केंद्र आैर यूपी सरकार एेसे तीन लाख फ्लैट को बनाने का विचार कर रही है। ताकि उन लोगों काे राहत पहुंचार्इ जा सके। इसके लिए कर्इ तरह के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। हाल ही में वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे पीयूष गोयल सरकारी बैंकों से भी बात की है।

स्ट्रेस फंड बनाने पर हुआ विचार
मौजूदा वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने करीब 3 लाख अटके हुए फ्लैटों को पूरा करने के लिए सरकारी बैंको के साथ रियल एस्टेट के लिए एक स्ट्रेस फंड बनाने पर विचार किया है। अभी तक इस बात पर फैसला नहीं हो सका है कि स्ट्रेस फंड की कितनी रकम होगी? जानकारों की मानें तो इस स्ट्रेस फंड में 2 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा सकता है। हाउसिंग मिनिस्ट्री, एनबीसीसी और बैंकों से एक ऐसी योजना बनाने को कहा गया है जिस पर तुरंत काम किया जा सके।

एनबीसीसी को दी जा सकती हैं खाली जमीनें
वहीं दूसरी आेर बिल्डर्स के पास पड़ी हुर्इ खाली जमीनों को एनबीसीसी जैसी संस्थाआें को भी सौंपी जा सकती हैं। एनबीसीसी जैसी संस्थाएं इन जमीनों से रुपया बनाएंगी आैर सालों से अटके हुए फ्लैट्स को पूरा करने के लिए रुपया देंगी। आपको बता दें कि जेपी इन्फ्राटेक, आम्रपाली और लोटस 3सी की ग्रेनाइट गेट जैसी रियल एस्टेट कंपनियों को दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही हैं। जिनके पास बायर्स के 70 हजार फ्लैट्स फंसे हैं।

इन बिल्डर्स के पास है खाली जमीन
पहले बात आम्रपाली ग्रुप की करें तो उसके पास बायर्स के पास 43 हजार फ्लैट फंसे हुए हैं। उसके पास 10 हजार नए फ्लैट्स बनाने की जमीन खाली पड़ी है। वहीं जेपी के पास 3,500 एकड़ खाली जमीन है जिसे बेचकर फंड जुटाया जा सकता है। सुपरटेक, यूनिटेक और 3C ग्रुप के पास भी अच्छी-खासी जमीन खाली पड़ी है जिसे डिवेलप किया जा सकता है।

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