असल में इसी माह अनेक चरणों में राज्य में पटवारी की भर्ती की परीक्षा हो रही थी। लेकिन कही सर्वर खराब तो कही आधार से लेकर अन्य मैच नहीं होने पर विवाद उठे थे। इसके बाद से बैरोजगारों में गुस्सा है। इसी गुस्से को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए मध्यप्रदेश के लाखों बैरोजगारों को रोजगार देने का निर्णय ले लिया। इसके लिए भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत में पहला कदम उठा लिया गया है।
ये है रोजगार दिलाने की योजना असल में देश में विशेषकर मध्यप्रदेश के दो बडे़ रेलवे जोन पश्चिम रेलवे व मध्य-पश्चिम रेलवे में अनेक पद रिक्त पडे़ है। इसमे भी रतलाम की बात की जाए तो यहां करीब १० हजार एेसे पद है जो अलग-अलग विभाग में रिक्त लंबे समय से पडे़ हुए है। इसके अलावा पश्चिम रेलवे के भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद, बड़ोदरा, मुंबई सेंट्रल में भी यही स्थिति है। इसके अलावा मध्य-पश्चिम रेलवे की बात करे तो भोपाल, जबलपुर सहित इस जोन में आने वाले अन्य जिलों के युवाओं को भी रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी।
अगले छह माह महत्वपूर्ण असल में रेलवे भर्ती की प्रक्रिया काफी जटील थी। मध्यप्रदेश में लंबे समय तक पदस्थ रहे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विन लोहानी ने इस प्रक्रिया को सामान्य बनाने के लिए काम किया। अब जो नए पद की भर्ती निकलने वाली है, उसमे मध्यप्रदेश के करीब ४ लाख बैरोजगारों को रोजगार अगले छह माह में मिलेगा।
इन पद की निकलेगी भर्ती रेलवे अधिकारियों के अनुसार सेफ्टी, तकनीकी, वाणिज्य आदि विभाग में भर्ती निकाली जाएगी। इसके लिए रेलवे को स्नातक, एमबीए, आईटीआई पास सहित विशेषज्ञों की जरुरत होगी। इसके अलावा अगर आपने चिकित्सा की पढ़ाई की है तो रेलवे अस्पताल में भी रिक्त पडे़ करीब ४० प्रतिशत पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।