WESTERN RAILWAY: रतलाम से मंदसौर पहुंचने में लगा था 7 घंटे 5 मिनट, शिवना ब्रिज पर 20 मिनट ट्रेन रोककर किया निरीक्षण, रतलाम से मंदसौर तक इलेक्ट्रिक लाइन का ट्रॉयल।
Trains run from Mandsaur to Ratlam, 110 km per hour in 57 minutes
रतलाम। मंडल के इंदौर से मंदसौर ट्रैक पर जल्दी ही ट्रेन बिजली के इंजन से दौडऩे लगेगी, रविवार को पश्चिम रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त ( CRS ) एके जैन ने मंदसौर से रतलाम के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से स्पीड का ट्रायल किया। ट्रायल ट्रेन ने 110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से मंदसौर से रतलाम तक की 85 किमी की दूरी को मात्र 57 मिनट में पूरा कर लिया। सीआरएस ने कुछ मामूली सुधार के साथ इस पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाने की सहमति दे दी है। इससे पूर्व रतलाम इंदौर लाइन का इलेक्ट्रिक लाइन का निरीक्षण हो चुका है। इस ट्रैक पर अभी इलेक्ट्रिक इंजन से गुड्स ट्रेन दौड़ रही है। सीआरएस जैन ने पत्रिका को कहा कि इंदौर से मंदसौर तक बिजली इंजन से ट्रेन जल्दी चले इसके प्रयास होंगे। कुछ छोटी कमी है जिसको एक पखवाडे़ में पूरे करने को कहा गया है।
स्पेशल ट्रेन से गए मंदसौर से जावरा-रतलाम सेक्शन मंे जैन रतलाम से मंदसौर जाते समय सुबह 9 बजकर 5 मिनट पर डीजल इंजन से स्पेशल ट्रेन लेकर रवाना हुए, वे मंदसौर 7 घंटे 5 मिनट में पहुंचे। रास्ते में कई स्थान पर सीआरएस ने रेल फाटक, बिजली के तार, राज्य की हाई टेंशन लाइन सहित स्टेशन मास्टर के कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक आरके सुनकर सहित अन्य अधिकारी साथ रहे। मंदसौर में शिवना नदी के ब्रिज पर सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा गार्ड रखने की सलाह सीआरएस ने दी।
हाईटेंशन लाइन के बारे में सवाल किए कचनारा से दलौदा के बीच में सीआरएस जैन ने राज्य शासन की हाईटेंशन बिजली लाइन को देखा। इसके बारे में मंडल के बिजली अधिकारियों से सवाल किए। दलौदा में करीब 1 घंटे 20 मिनट रुकने के बाद ट्रेन को शिवना नदी के ब्रिज पर रोका गया। यहां पर करीब 20 मिनट तक बिजली लाइन का निरीक्षण, ब्रिज का निरीक्षण आदि किया। शाम को 4 बजकर 10 मिनट पर सीआरएस स्पेशल ट्रेन मंदसौर पहुंची।
पौधरोपण से शुरुआत सीआरएस ने सुबह प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर पौधारोपण किया। इसके बाद सीआरएस स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए। जावरा 40 मिनट में 9.45 मिनट पर पहुंचे। 35 मिनट रुकने के बाद 10.20 पर आगे रवाना हुए। सुबह 10.40 पर ढ़ोढऱ पहुंचे, यहां सीआरएस 1 घंटे 15 मिनट तक रुके। बिजली से जुड़ी लाइन को देखा। यहां से सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर आगे के लिए रवाना हुए। रास्ते में रेल फाटक आने पर ट्रेन को रुकवाकर गेटमैन से सवाल किए। कचनारा गेट से लेकर कचनारा यार्ड तक पैदल निरीक्षण किया।