कलेक्टर ने कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन के चंदन ठेकेदार पर 1 लाख रुपए की पेनल्टी भी लगाई। कलेक्टर द्वारा नगर निगम के इंजीनियर्स द्वारा ठीक से मॉनिटरिंग नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई। ठेकेदार अन्नपूर्णा कंस्ट्रक्शन द्वारा सेठजी का बाजार में सीसी रोड, नाली, पेवर ब्लॉक इत्यादि 50 लाख रुपए लागत के निर्माण कार्यों में अत्याधिक देरी की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने ठेकेदार को 5 वर्षों के लिए ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए। उक्त ठेकेदार मात्र नगर निगम ही नहीं बल्कि अन्य विभागों में भी कार्य नहीं कर पाएगा। इसी प्रकार कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन द्वारा भी कार्य नहीं करने पर उसके खिलाफ एक लाख रुपए की पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए।
क्षमता के अनुसार काम दे
कलेक्टर ने निगमायुक्त को निर्देश दिए कि ठेकेदार की क्षमता के अनुसार कार्य दिया जाए। यदि वह कार्य नहीं कर पाता है तो शहर का नुकसान होता है। बाजार क्षेत्र में कार्यों में देरी से व्यापारी परेशान होते हैं। समीक्षा में देखने में आया कि कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन का टर्नओवर 70 लाख रुपए का है लेकिन उसके पास दो करोड़ रुपए के कार्य हैं। उसकी क्षमता से ज्यादा कार्य उसको दिए गए हैं। कलेक्टर ने यह भी कहा कि ठेकेदार द्वारा टेंडर होते ही कार्य शुरू कर देना चाहिए, अनुबंध के चक्कर में अनावश्यक रूप से देरी नहीं की जाए।
कार्यपालन यंत्री व्यास पर नाराज
ठेकेदार ने बताया कि शहर में सड़क निर्माण के दौरान ट्रैफिक संबंधी समस्या आने से उसके कार्य में देरी हुई है। इस पर कलेक्टर कार्यपालन यंत्री सुरेश व्यास पर जमकर नाराज हुए। कलेक्टर ने व्यास को कहा कि उनको नियोजित ढंग से कार्य करना आना चाहिए। यदि ट्रैफिक की समस्या है तो ट्रैफिक डीएसपी के साथ समन्वय रखकर योजना तैयार की जाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर रात्रि में भी कार्य किया जाना चाहिए। कलेक्टर ने ठेकेदारों को स्पष्ट कहा कि वे अपनी क्षमता अनुसार ही काम का ठेका ले। कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन को कहा कि जब आपके द्वारा अधिक कार्य कर पाना संभव नहीं है तो ठेका क्यों लिया है।
काम में लापरवाही बंद करे
कलेक्टर ने सभी इंजीनियर को भी निर्देशित किया कि लापरवाही बंद करें। समय सीमा में काम पूर्ण करने का ख्याल रखें। इसके साथ ही ठेकेदारों द्वारा कंस्ट्रक्शन सामग्री की बढ़ती कीमतों का ध्यान आकर्षित करने पर कलेक्टर द्वारा निगमायुक्त को एस्टीमेट पुनरीक्षित करने के लिए भी निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने स्वच्छता अभियान की भी समीक्षा की। नागरिक फीडबैक के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा शहर में पेयजल व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
यह भी रहे मौजूद
निगमायुक्त सोमनाथ झरिया ने बताया गया कि सुयोग परिसर में पीएमवाय बिल्डिंग मुखर्जी नगर तक सीसी सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य काम भी पूरे किए गए है। बैठक में निगमायुक्त के साथ कार्यपालन यंत्री मोहम्मद हनीफ शेख, सुरेश व्यास तथा ठेकेदार आदि उपस्थित थे।
क्षमता के अनुसार काम दे
कलेक्टर ने निगमायुक्त को निर्देश दिए कि ठेकेदार की क्षमता के अनुसार कार्य दिया जाए। यदि वह कार्य नहीं कर पाता है तो शहर का नुकसान होता है। बाजार क्षेत्र में कार्यों में देरी से व्यापारी परेशान होते हैं। समीक्षा में देखने में आया कि कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन का टर्नओवर 70 लाख रुपए का है लेकिन उसके पास दो करोड़ रुपए के कार्य हैं। उसकी क्षमता से ज्यादा कार्य उसको दिए गए हैं। कलेक्टर ने यह भी कहा कि ठेकेदार द्वारा टेंडर होते ही कार्य शुरू कर देना चाहिए, अनुबंध के चक्कर में अनावश्यक रूप से देरी नहीं की जाए।
कार्यपालन यंत्री व्यास पर नाराज
ठेकेदार ने बताया कि शहर में सड़क निर्माण के दौरान ट्रैफिक संबंधी समस्या आने से उसके कार्य में देरी हुई है। इस पर कलेक्टर कार्यपालन यंत्री सुरेश व्यास पर जमकर नाराज हुए। कलेक्टर ने व्यास को कहा कि उनको नियोजित ढंग से कार्य करना आना चाहिए। यदि ट्रैफिक की समस्या है तो ट्रैफिक डीएसपी के साथ समन्वय रखकर योजना तैयार की जाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर रात्रि में भी कार्य किया जाना चाहिए। कलेक्टर ने ठेकेदारों को स्पष्ट कहा कि वे अपनी क्षमता अनुसार ही काम का ठेका ले। कार्तिकेय कंस्ट्रक्शन को कहा कि जब आपके द्वारा अधिक कार्य कर पाना संभव नहीं है तो ठेका क्यों लिया है।
काम में लापरवाही बंद करे
कलेक्टर ने सभी इंजीनियर को भी निर्देशित किया कि लापरवाही बंद करें। समय सीमा में काम पूर्ण करने का ख्याल रखें। इसके साथ ही ठेकेदारों द्वारा कंस्ट्रक्शन सामग्री की बढ़ती कीमतों का ध्यान आकर्षित करने पर कलेक्टर द्वारा निगमायुक्त को एस्टीमेट पुनरीक्षित करने के लिए भी निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने स्वच्छता अभियान की भी समीक्षा की। नागरिक फीडबैक के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा शहर में पेयजल व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
यह भी रहे मौजूद
निगमायुक्त सोमनाथ झरिया ने बताया गया कि सुयोग परिसर में पीएमवाय बिल्डिंग मुखर्जी नगर तक सीसी सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य काम भी पूरे किए गए है। बैठक में निगमायुक्त के साथ कार्यपालन यंत्री मोहम्मद हनीफ शेख, सुरेश व्यास तथा ठेकेदार आदि उपस्थित थे।