रिंगनोद पुलिस ने बताया कि 24-25 सितंबर की रात करीेब डेढ़ बजे फरियादी बालकेश, कमलेश, गोपाल, उदयलाल, सीताराम, दिनेश, कुलदीप, रामलाल, रमेश व मदन ने आकर बताया कि वे सभी रतलाम जिले के बिनोली गांव के है। गांव से वे कलालिया गांव में लगे पूर्णिमा के मेले को देखने जा रहे थे।
ये हुआ अचानक इनके साथ जब सभी फरियादी पीकअप क्रमांक MP-43-GB-2922 से जा रहे थे तो आपस में मस्ती-मजाक कर रहे थे। सभी आपस में ये सवाल कर रहे थे कि घर वालों के लिए, परिवार के लिए क्या-क्या खरीदा जाए। इसी बीच पीकअप में जय भीम गाना बजने लगा। जब गाना बल रहा था, उसी वक्त आरोपित बिष्णु, वकिलसिंह, राजेंद्रसिंह, वलुसिंह, रवी, कुलदिपसिंह, कालुसिंह मिलकर बाइक से आए व वाहन को रुकवा दिया।
नहीं बजेगा जय भीम का गाना इसके बाद आरोपितों ने कहा कि जय भीम का गाना नहीं बजेगा। इसके अलावा सोशल मीडिया पर मां व बहन के बारे में गलत लिखा हुआ है, ये गलत है। जब गांव में सभी मिलजुलकर रहते है तो इस प्रकार की हरकत क्यों करना। इस पर कुछ कहते इसके पूर्व ही मारपीट शुरू हो गई।
पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज पुलिस रिंगनोद ने सभी आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341,323,294,506,34 के अलावा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3-2, 5 के अलावा 3-1-A-5 में प्रकरण दर्ज किया है। मामला दर्ज के साथ ही आरोपितों की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है।
मामले की जांच की मांग इधर धटना के बाद सपाक्स संगठन व करणी सेना ने पूरे मामले को गलत बताते हुए एकतरफा झूठा मामला बताया है। संगठनों के अनुसार गांव के कुछ लोग सोशल मीडिया पर जान करके समाज की छवि खराब कर रहे है व गांव की शांत छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे है। जब इसका विरोध हुआ तो इस प्रकार का मामला दर्ज करवा दिया गया।