निजी स्कूल औसत से भी नीचे पहुंचे
हाईस्कूल और हायर सेकंडरी में इस बार जिले का औसत परीक्षा परिणाम ७० से ऊपर ही रहा है। १०वीं में जहां जिले का औसत ७०.९० रहा है वहीं १२वीं में ७६.७५ दर्ज किया गया है। इस औसत से देखा जाए तो निजी स्कूलों का औसत परीक्षा परिणाम १०वीं में ६८ और १२वीं में ७१ फीसदी ही रहा है। इसके उलट सरकारी स्कूलों के औसत की बात करें तो १०वीं में ७४ और १२वीं में सरकारी स्कूलों का औसत ८२ फीसदी रहा है।
पर्याप्त स्टॉफ फिर भी कम परिणाम
एक तरफ जहां सरकारी स्कूलों ने कम स्टॉफ के बावजूद बेहतर परिणाम दिए हैं वहीं सरकारी में ही कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां पर्याप्त स्टॉफ होने पर भी परिणाम ३० फीसदी से नीचे रहा है। इन स्कूलों में हायर सेकंडरी स्कूल पलसोड़ी, हाईस्कूल कनेरी और हाईस्कूल सागोद हैं। हायर सेकंडरी पलसोड़ी में न केवल पूर्ण प्राचार्य वरन यहां स्टॉफ भी पूरा है और कुछ ऐसी ही स्थिति सागोद हाईस्कूल में भी है। कनेरी में शिक्षकों की कमी की बात सामने आई है।
फैक्ट फाइल
सरकारी स्कूल
१२वीं कक्षा
कुल परीक्षार्थी बैठे परीक्षा में – ५१७१
उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी – ४२०७
उत्तीर्ण प्रतिशत – ८२
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१०वीं कक्षा
कुल परीक्षार्थी बैठे परीक्षा में – ८०८२
उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी – ५९०८
उत्तीर्ण प्रतिशत – ७४
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निजी स्कूल
१२वीं कक्षा
कुल परीक्षार्थी बैठे परीक्षा में – ४०२६
उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी – २८३७
उत्तीर्ण का प्रतिशत – ७१
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१०वीं कक्षा
कुल परीक्षार्थी बैठे परीक्षा में – ५३०५
उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी – ३५८२
उत्तीर्ण का प्रतिशत – ६८
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अच्छा औसत होता जिले का
जिले के निजी स्कूलों का औसत परीक्षा परिणाम कमजोर होने से जिले का औसत परीक्षा परिणाम कम रहा है। यदि इनका परिणाम भी अच्छा होता तो निश्चित रूप से हम और बेहतर प्रदर्शन कर पाते। सरकारी स्कूलों ने जिले के औसत से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है जिससे वरिष्ठ अधिकारी भी खुश है। आज हुई वीडियो कांफे्रंसिंग की समीक्षा में इस बात को भी लिया गया है।
अमर कुमार वरधानी, प्रभारी डीईओ, रतलाम