रेलवे के परिचालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पूर्व के समय से ये एक्सओवर की वजह से यात्री ट्रेन हो या मालगाड़ी चंदेरिया-चित्तौडग़ढ़-बेराच सेक्शन में जाते ही गति कम हो जाती थी। यहां पर दोनों प्रकार की ट्रेन को सिर्फ 15 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया जाता था। अब इस बदलाव के साथ यहां पर गति 30 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार की हो गई है। आने वाले दिनों में इस गति को बढ़ाया जाएगा। इससे यात्री ट्रेन अपने तय समय से पहले पहुंच सकेगी।
इससे यात्रियों को भी लाभ होगा
बता दे कि इस तरह के इस सेक्शन के कार्य को मिलाकर 76 गति अवरोधक को परिचालन विभाग ने हटाया है। मंडल में पिछले एक वर्ष में इस कार्य को तेजी से किया गया है। इससे बड़ा लाभ तो यात्री ट्रेन की गति बढऩे का हो रहा है। इससे यात्रियों को कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचने का लाभ मिल रहा है। इसके पूर्व रेलवे ने गोधरा से बामनिया सेक्शन तक इसी प्रकार गति अवरोधक हटाए है। इतना ही नहीं ये कार्य नागदा से लेकर मक्सी-बेरागढ़ तक के सेक्शन पर भी किया गया है।
बिजली इंजन के बाद गति तेज
रेलवे ने गति अवरोधक तो हटा दिए, लेकिन अब रेलवे को इंतजार यहां पर चित्तौडग़ढ़ सेक्शन तक विद्युतिकरण कार्य पूरा होने के बाद का है। इसके बाद जब यहां पर वर्ष २०२० में मार्च माह तक यात्री ट्रेन चलने की शुरुआत होगी, तब ट्रेन कीे गति को और बढ़ाया जाएगा। इसके लिए रोडमेप तैयार किया जा रहा है।