हेमंत ने तत्कालीन कलेक्टर बी. चंद्रशेखर के रतलाम में रहने के दौरान तीन बड़े घोटाले उजागर किए थे। उसमें सबसे बड़ा राशन घोटाला था। इसके साथ ही राष्ट्रीय परिवार सहायता और पेंशन घोटाला भी हेमंत ने उजागर किया था, जिन मामलों की जांच अब तक चल रही है। वहीं राशन घोटाले उजागर होने के बाद नगर निगम, खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ करीब राशन दुकान संचालक व सेल्समेन को भी आरोपी बनाकर उनके खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था।
पुलिस-प्रशासन लेते थे मदद
राशन घोटाला उजागर करने के दौरान हेमंत ने तत्कालीन कलेक्टर बी. चंद्रशेखर को घोटाले के बारे में पूरी जानकारी ऑनलाइन तरीके से बताई थी। जिसके बाद तत्कालीन कलेक्टर व एसपी ने एक साथ राशन दुकान पर दबिश देकर मामले की जांच पहले प्रशासन की टीम ने की थी, जिसमें शुरुआती दौर में दस करोड़ का घोटाला होना पाया गया था। बाद में अधिकारी तो बदले लेकिन प्रशासन की जांच पर पुलिस ने दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर न्यायालय में चालान पेश किए थे। उनमें से कुछ अभी जमानत पर बाहर है तो कुछ अब भी अंदर है।
पहली घटना मोमिनपुरा में रात करीब ११ बजे हुई। चौराहे पर खड़े शादाब पिता सईद शाह १७ साल निवासी मोमिनपुरा और फरदीन पिता जाकिर अंसारी १७ साल निवासी घोसी मोहल्ला खड़े थे कि आमिर पिता अब्बा उर्फ हामिद और हामिद ने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया। दोनों के पेट पर चाकू लगे। इनका कहना था कि चाकू मारने वाले उनसे कह रहे थे कि वे घूरकर देखते हैं इसलिए उन्हें चाकू मार रहे हैं। घायलों को जिला अस्पताल में लाकर इलाज करवाया गया। उधर दूसरे पक्ष की तरफ से आमिर पिता अब्बार ने भी इन दोनों के खिलाफ माणकचौक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।