ेये क्षेत्र गुलजार
नौलाईपुरा, चौमुखीपुल, चांदनीचौक, धानमंडी, राम मोहल्ला, पोरवाड़ों का वास बजाजखाना, माणकचौक, न्यू रोड, पैलेस रोड, स्टेशन रोड,राममंदिर, बाजना बस स्टैंड। घेवर, फीणी व मिठाई की डिमांड
रक्षाबंधन का पर्व मिठाई के बिना अधूरा है। इस त्योहार पर घेवर, फीणी, मोतीचूर के लड्डू व मावे की मिठाई, रसगुल्ले को अधिक पसंद किया जा रहा है। ये मिठाइयां 300 रुपए से लगाकर ९०० रुपए किलो तक की रेंज में उपलब्ध है।
नौलाईपुरा, चौमुखीपुल, चांदनीचौक, धानमंडी, राम मोहल्ला, पोरवाड़ों का वास बजाजखाना, माणकचौक, न्यू रोड, पैलेस रोड, स्टेशन रोड,राममंदिर, बाजना बस स्टैंड। घेवर, फीणी व मिठाई की डिमांड
रक्षाबंधन का पर्व मिठाई के बिना अधूरा है। इस त्योहार पर घेवर, फीणी, मोतीचूर के लड्डू व मावे की मिठाई, रसगुल्ले को अधिक पसंद किया जा रहा है। ये मिठाइयां 300 रुपए से लगाकर ९०० रुपए किलो तक की रेंज में उपलब्ध है।
मावा 280 रुपए किलो पहुंचा
त्योहार की मांग को देखते हुए मावे के भाव में तेजी देखी गई। सोमवार को सफेद मावा २८० रुपए व पीला मावा २६५ रुपए किलो बिका। त्योहार के चलते करीब पांच से छह क्विंटल मावा की बिक्री की संभावना बताई जा रही है।
त्योहार की मांग को देखते हुए मावे के भाव में तेजी देखी गई। सोमवार को सफेद मावा २८० रुपए व पीला मावा २६५ रुपए किलो बिका। त्योहार के चलते करीब पांच से छह क्विंटल मावा की बिक्री की संभावना बताई जा रही है।
ग्राहकों की पसंद के अनुसार राखियां मंगाई थी
नई वैरायटी व महिलाओं व युवतियों की पसंद को देखते हुए विभिन्न प्रकार की राखियां मंगाई थी। इसमें सबसे ज्यादा बड़ों के लिए डायमंड स्टोन की राखियां पसंद की गई। वहीं बच्चों के लिए विराट कोहली व धोनी के मुखौटे वाली राखियों के साथ छोटा भीम, मोटू पतलू, लाइट वाली राखियों की अच्छी खासी डिमांड रही। पिछले साल के मकाइस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है।
अल्पेश जैन, एचएस राखीवाला, चौमुखीपुल।
नई वैरायटी व महिलाओं व युवतियों की पसंद को देखते हुए विभिन्न प्रकार की राखियां मंगाई थी। इसमें सबसे ज्यादा बड़ों के लिए डायमंड स्टोन की राखियां पसंद की गई। वहीं बच्चों के लिए विराट कोहली व धोनी के मुखौटे वाली राखियों के साथ छोटा भीम, मोटू पतलू, लाइट वाली राखियों की अच्छी खासी डिमांड रही। पिछले साल के मकाइस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है।
अल्पेश जैन, एचएस राखीवाला, चौमुखीपुल।
लहरिया सहित अन्य डिजाइन की साडिय़ां बनी पसंद
महिलाओं की पसंद को देखते हुए विभिन्न वैरायटियों वाली साडिय़ां मंगाई है। इसमें विभिन्न रंगों में लहरिया व अन्य डिजाइन की साडिय़ां पसंद की जा रही है।
ुुपप्पू माहेश्वरी, साड़ी कारोबारी।
महिलाओं की पसंद को देखते हुए विभिन्न वैरायटियों वाली साडिय़ां मंगाई है। इसमें विभिन्न रंगों में लहरिया व अन्य डिजाइन की साडिय़ां पसंद की जा रही है।
ुुपप्पू माहेश्वरी, साड़ी कारोबारी।