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रेलवे के आदेश ने उड़ाई नींद: रेलवे बेचेगा रेलवे कॉलोनी

locationरतलामPublished: Nov 11, 2019 12:08:20 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

रेलवे के आदेश ने उड़ाई नींद: रेलवे बेचेगा रेलवे कॉलोनी

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रेलवे के आदेश ने उड़ाई नींद: रेलवे बेचेगा रेलवे कॉलोनी

रतलाम। देशभर में रेलवे में ७० रेल मंडल है। इनमें रेल कर्मचारियों के लिए बनी कॉलोनी की भूमि को फिर से नवनिर्माण के नाम पर बिक्री के आदेश हो गए है। इससे रेल कर्मचारियों में अब आक्रोश गहराता जा रहा है। इसका वेस्टर्न रेलवे मजदूर संध विरोध करेगा। ये बात संघ के महामंत्री जेजी माहूरकर ने मीडिया से बात में कही। वे रतलाम में कार्यकर्ता सम्मेलन में आए थे।

माहुरकर ने कहा कि ये बात सही है कि एनडीए सरकार ने कर्मचारियों को काफी दिया, लेकिन जिस तरह से निजीकरण हो रहा है, वो बर्दाश्त के बाहर है। रेलवे में दो प्रमुख संगठन है, हमने अन्य संगठन के पदाधिकारियों से बात की है। विरोध अलग-अलग करने के बजाए मिलकर करना होगा। जब तक एकता नहीं रखेंगे, तब तक सफलता नहीं मिलेगी।
निजीकरण ट्रेन का भी
माहुरकर ने कहा कि राजधानी, शताब्दी तरह की लाभ में चल रही यात्री ट्रेन को भी निजीहाथ में देने का निर्णय हो रहा है। आईआरसीटीसी को इसका परिचालन दे रहे है। अब भला भोजन देने वाले ट्रेन को किस तरह चलाएंगे। बता दे कि रेलवे बोर्ड के निदेशक अजय शर्मा ने इस बारे में आदेश जारी किए है कि रेलवे भूमि की बिक्री की जाए। इसके लिए कॉलोनी को खाली कराया जाए। हर मंडल में एक कॉलोनी को खाली कराने की बात का आदेश १४ जून को जारी हुआ है।
बजट पर बोले ये बात
रेल बजट के मामले में माहुरकर ने कहा कि पहले रेल बजट व आम बजट अलग आता था। इसको एक मर्ज करने का विरोध हमारा शुरू से रहा है। सरकार की समस्या ये हैै कि ये सुनती तो है, लेकिन मानती नहीं है। यहां तक की रेल कर्मचरियों के हित से जुड़ी अनेक मांग रेलवे बोर्ड से लेकर रेल मंत्रालय ने मानी, लेकिन वित्त समिति व वित्त मंत्रालय उसको रोक देता है। पूर्व में कांग्रेस सरकार रेल कर्मचारियों के हित के साथ छेड़छाड़ नहीं करती थी, जबकि ये सरकार कर्मचारी के अस्तीत्व को समाप्त करके निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।
रेलवे पटरी पर महिला से हुई लूट का आरोपी गिरफ्तार
रतलाम। रेलवे पटरी होते हुए कार्यस्थल निजी नर्सिंग होम जा रही महिला से ५ जून की सुबह करीब आठ बजे हुई लूट की वारदात को जीआरपी ने सुलझा लिया है। आरोपी ने लूटे गए मोबाइल को ऑन कर लिया था और इसी वजह से वह जीआरपी के हत्थे चढ़ गया है।
५ जून की सुबह नागदा से ट्रेन से आकर पटरी किनारे होते हुए अन्य दिनों की तरह ही महिला सुनीता काटजूनगर स्थित नर्सिंग होम जा रही थी जहां वह काम करती है। इसी दौरान गोंदड़़े की पुलिया के पास अधिकारियों के बंगलों के पीछे एक आरोपी ने उसका बैग छिनने का प्रयास किया तो महिला ने उसे बैग नहीं छिनने देते हुए धक्का दे दिया था। इससे आरोपी गिर गया और उसने वहीं से पत्थर उठाकर महिला को मार दिया था जो उसके सिर में लगा था। महिला गिरी और आरोपी उसका मोबाइल फोन लेकर भाग गया। जीआरपी के एडिशनल एसपी राकेश खाखा के अनुसार महिला की रिपोर्ट पर जीआरपी ने प्रकरण दर्ज किया था। इसमें जीआरपी और साइबर सेल को लगाया गया। आरोपी ने मोबाइल फोन में दूसरी सिम लगा कर चालू कर लिया था। इसी से मोबाइल फोन के ईएमआई नंबर से वह पकड़ में आ गया। आरोपी दिलीप उर्फ दीपक भगौरा पिता राधेश्याम भगौरा ३० साल निवासी सज्जन मोहल्ला वार्ड क्रमांक ३ आंबा तहसील पिपलौदा का निवासी है। फरियादी महिला ने भी आरोपी को पहचान लिया है।
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