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यूरिया की मारामारी, मंडी में महिला-पुरुष किसानों की लम्बी-लम्बी कतार, पुलिस जवान तैनात

locationरतलामPublished: Nov 04, 2018 05:41:27 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

यूरिया की मारामारी, मंडी में महिला-पुरुष किसानों की लम्बी-लम्बी कतार, पुलिस जवान तैनात

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यूरिया की मारामारी, मंडी में महिला-पुरुष किसानों की लम्बी-लम्बी कतार, पुलिस जवान तैनात

कृषि उपज मंडी स्थित एमपी एग्रो की वितरण केंद्र पर लगी रही सुबह से शाम तक किसानों की लम्बी कतार

रतलाम। यूरिया खाद की केश काउंटर पर किल्लत ने किसानों की चिंता बड़ा दी है, कृषि उपज मंडी स्थित एमपी एग्रो के वितरण केंद्र पर पिछले दो-तीन दिन से किसानों की लम्बी-लम्बी कतार लग रही है। केंद्र पर रेक नहीं आने के कारण परेशानी बड़ी तो शुक्रवार और शनिवार को किसानों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की सहायता लेनी पड़ी। खाद समय पर नहीं मिलना और जब आया तो अब मात्र १०-१० बोरी और उसके लिए भी लम्बी-लम्बी कतार में पूरे दिन खड़े होकर परेशान होना पड़ रहा है। सोसायटियों पर खाद नहीं मिल रहा है। कृषि उपज मंडी महू-नीमच रोड स्थित प्रांगण के एमपी एग्रो वितरण केंद्र पर महिला-पुरुष किसान पिछले दो-तीन दिन से लम्बी-लम्बी कतार में खड़े होकर खाद लेने को मजदूर है।
किसानों का कहना है कि पानी सूखता जा रहा है, दस दिन बाद खाद कोई काम का नहीं रहेंगा। २० रुपए प्रति बोरी खाद का बड़ी ग्या ने ५ किलो भर्ती कम कर दी और २७० रुपए प्रति बोरी ले रहे है। बाजार में जाओ तो ३०० और ३५० रुपए तक ले रहे हैं। सोसायटियों में तो खाद दई नी रिया। शनिवार को बड़ी मात्रा में किसानों की कतार मंडी प्रांगण में लगी रही, तो आगे-पीछे की चक्कर में विवाद जैसी स्थिति भी बनने लगी है, जिस नियंत्रण करने के लिए पुलिस जवाब भी तैनात किए गए है।

ढिकवा से आए कृषक जगदीशचंद्र वसुनिया ने बताया कि एक किसान को मात्र १० बोरी खाद दे रहे हैं, दो दिन पेला भी आया था, खाद नी मल्यो, जरुरत तो भोत है। खेतों में अगर १० दिन और फसलों में यूरिया नहीं गया तो सिंचाई के लिए पानी भी सूख जाएगा और फिर कुछ नहीं हो सकता। सोसायटियों में तो खाद ही नहीं है, बाजार में भाव अधिक लगा रहे हैं। कृषक मुकेश पाटीदार ने बताया कि अगर अबार खाद नी डाल्यो तो घणी परेशानी आवेगी। दस दिन बाद खादरो कई काम नी…। पाणी का हंडे खाद फूंकी दा तो लागी जा गा, नी तो कई काम को नी रेगा। सुबह ती लाइन में लाग्या थका है। अबार तक नंबर नी आयो और दस-दस बोरीज दे रिया।

दो-तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी
यूरिया केंद्रों पर २६६ रुपए ५० पैसे प्रति बोरी के भाव मिल रहा है। रेक नहीं आ रहा था और दूसरी तरफ केश काउंटर पर कोई यूरिया देता नहीं है, इसलिए मंडी वितरण केंद्र पर भीड़ लग रही है। दो-तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी। किसानों का जहां सस्ता मिलेंगा वहीं से लेगा, बाजार में भाव अधिक भी हो सकते हैं। कल भी इफको की रेक लगेगी। पुलिस कब भी बुलाई गई थी।

डीसी पाटीदार, जिला प्रबंधक एमपी एग्रो रतलाम


डॉक्टरों के बीच आपसी सामंजस्य बनाओ

डिप्टी कलेक्टर कामिनी ठाकुर ने किया जिला अस्पताल और एमसीएच का निरीक्षण, पानी की उपलब्धता नहीं होने पर दिए निर्देश

रतलाम.

जिला अस्पताल के डॉक्टरों में सामंजस्य क्यों नहीं है, वे समय पर क्यों नहीं बैठ रहे हैं। ड्यूटी समय में वे इधर-उधर क्यों जा रहे हैं। इनके बीच सामंजस्य नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है। सिविल सर्जनजी इनके बीच सामंजस्य बनाओ। तालमेल नहीं होना अच्छी बात नहीं है। और ये एमसीएच में पानी की व्यवस्था क्यों नहीं है। ऐसे ही कुछ तीखे सवाल जिला अस्पताल की ओआईसी और डिप्टी कलेक्टर कामिनी ठाकुर ने जिला अस्पताल और एमसीएच के निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर से किए। डॉ. चंदेलकर ने कहा कि कोई भी डॉक्टर ड्यूटी पर आने के बाद कही नहीं जाता है। हो सकता है वार्ड में किसी मरीज को जरुरत हो और वह उसे देखने चले जाते हैं। शिकायत मिलने पर डॉक्टरों की पड़ताल की गई तो वे एमसीएच में ही मिले। इस पर ओआईसी ठाकुर ने संतोष जताया।

एक घंटे से ज्यादा समय तक निरीक्षण

जिला अस्पलताल की ओआईसी व डिप्टी कलेक्टर ठाकुर ने करीब डेढ़ घंटे तक जिला अस्पताल और एमसीएच का निरीक्षण किया। एमसीएच में पानी की व्यवस्था नहीं होने पर कहा कि यह कैसी व्यवस्था है। मरीजों और परिडनों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पेयजल नहीं मिलता है यह अच्छी बात नहीं है। एमसीएच में भर्ती महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने चिंता जाहिर की। उन्होंने सिक्युरिटी गार्ड को निर्देश दिया कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति अस्पताल में प्रवेश करता है तो उसे रोक लिया जाए। यदि फिर भी नहीं माने और विवाद की स्थिति बने तो तुरंत पुलिस को बुलाया जाए।

परिसर में डेरे का मामला भी आया

परिसर में डेरा जमाए रह रहे परिवारों को लेकर भी उनके सामने मु²ा आया है। सिक्युरिटी गार्ड ने बताया कि ये लोग सुबह शाम एमसीएच का उपयोग करते हैं। यहीं से पानी लेना, कपड़े धोना, तारों पर सुखाने और रात में भी एमसीएच में प्रवेश कर जाने की घटनाएं हो रही है। अस्पताल परिसर सरकारी है और इन्हें यहां से हटाया जाना चाहिए क्योंकि इन परिवारों के पुरुष रात मे शराब पीकर हंगामा खड़ा करते हैं। इस पर डिप्टी कलेक्टर ठाकुर ने कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व का अस्पताल में प्रवेश नहीं होना चाहिए। रही बात इन्हें यहां से हटाने की तो वह भी कार्रवाई जल्द की जाएगी।

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