मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ. नीलम आर चाल्र्स के मार्गदर्शन में एसोसिएट प्रोफेसर सर्जरी डॉ. प्रवीणसिंह बघेल, डॉ. अतुल कुमार, डॉ. भावेश, डॉ. विक्रम मुजाल्दे, डॉ. अनुराग जैन, डॉ. देवेंद्र चौहान के साथ ही एनेस्थेसिया में डॉ. शैलेंद्र चौहान, डॉ. योगेश तिलकर और डॉ. राहुल मेहरा शामिल रहे हैं।
जनरल एनेस्थेसिया में ओपन सर्जरी की खास बात यह है कि यहां संसाधनों की कमी होने से समस्या खड़ी हो गई थी। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने ही इन संसाधनों का इंतजाम किया। इसमें नाइट्रस आक्साइड का सिलेंडर, ऑपरेशन के दौरान उपयोग होने वाले उपकरण और दवाइयां भी अपने स्तर पर ही अरेंज करके मरीज के लिए उपलब्ध करवाकर इस आपरेशन को अंजाम तक पहुंचा दिया।