रविवार को पानी नहीं आया
सीवरेज से बिगड़ी पेयजल व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है। श्रीमालीवास निवासी भूपेंद्र माली, गायत्री व्यास, दीपक व्यास और अनिल मूणत का कहना है कि रविवार को सुबह पानी की सप्लाई होना थी किंतु न तो सुबह आया और न ही दोपहर को। शाम को पानी का इंतजार करते बीत गई किंतु नल सूखे ही पड़े रहे। पिछले तीन दिनों से उनके यहां के नलों में जो पानी आ रहा है वह मटमैला है जिसका उपयोग केवल वापरने के लिए ही किया जा सकता है। पीने के लिए इसका उपयोग करना बीमारियों को आमंत्रित करने जैसा है।
लेवल भी नही किया ठीक से
सीवरेज के लिए सड़क खोदने के बाद कंपनी के कर्मचारियों ने गड्ढों को पूरी तरह मिट्टी से भरा भी नहीं है। खुदाई की वजह से सड़के पूरी तरह उबड़़ खाबड़ हो गई है। सड़क पर मिट्टी ही मिट्टी फैली हुई होने से लगातार धूल उड़ रही है। रहवासियों के अनुसार घरों तक यह धूल पहुंच रही है और खाने-पीने के सामान में यह मिल रही है। घर का कोई कौना ऐसा नहीं बचा है जहां धूल नहीं पहुंच रही है। चक्की वाले भूपेंद्र बताते हैं कि दिनभर वाहनों की आवाजाही से धूल उड़ती ही रहती है। घरों में बैठना भी मुश्किल हो गया है।