एमपी एग्रो के वितरण केंद्र की कतार में खड़े किसानों ने बताया कि सोसायटियों में खाद नहीं मिल रही है तो कोई बाजार से लेता है तो उसे २६६.५० रुपए के स्थान पर ३५० रुपए में एक बोरी खाद मिल रही है। इस कारण एमपी एग्रो के वितरण केंद्र पर १५०-२०० पुरुष के साथ महिलाओं की भी लम्बी-लम्बी कतार लग रही है। किसानों की भीड़ के चलते केंद्रों पर खाद समाप्त हो जा रही है। करीब १०० टन खाद का प्रतिदिन उठाव हो रहा है, इसके बावजूद किसानों को बाजार से खाद खरीदनी पड़ रही है। प्रति किसान को केवल १० बोरी खाद ही उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि सबकी थोड़ी-थोड़ी पूर्ति हो सके। यह स्थिति पिछले ८ दिनों से कृषि उपज मंडी स्थित वितरण केंद्र पर बनी हुई है, यूरिया के लिए किसान दो-दो दिन तक इंतजार कर तो कोई सुबह से रात तक खाद इंतजार करना पड़ रहा है। भीड़ अधिक होने के कारण विवाद की स्थिति न बने इसलिए सालाखेड़ी का पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
समय पर यूरिया नहीं मिल रहा
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ढिकवा निवासी कृषक राजेंद्रसिंह राठौर ने बताया कि पानी वैसे ही कम है, यूरिया अगर समय पर नहीं दिया गया तो फसल पर असर पड़ेगा। दो-तीन दिन से आ रहा हूं, मंडी में भीड़ अधिक होने के कारण खाद नहीं मिल रहा है। सोसायटी में खाद नहीं मिल रहा है, दुकानों पर भाव पूछने पर ३५० रुपए की प्रति बोरी खाद दे रहे हैं, जबकि मंडी में २६६ रुपए ५० पैसे प्रति बोरी में मिल रहा है। इसलिए प्रतिदिन ४०-४५ किमी दूर से आना-जाना कर रहा हूं, गुरुवार को तीसरा दिन है, आज भी खाद मिलने की उम्मीद नहीं दिखा रही है।
खोखला साबित हो रहा दावा
कृषि अधिकारी सुधीर सिसौदिया का कहना है कि जिले की सोसायटियों पर खाद पर्याप्त मात्रा में है। जिले में ४०० के करीब खाद की दुकानें है, और शहर में करीब १०० दुकानें होगी। सभी व्यापारियों के पास पीएसओ मशीन है और उसी से उन्हें खाद भी किसानों को वितरण करना है। अगर बगैर आधार और थंम के वितरण करते पाया जाता है तो कार्यवाही होगी। हालांकि ज्यादातर दुकानों को पीओएस मशीन नहीं है, इससे किसानों से मनमानी पैसे की वसूली हो रही है।
बिरसामुंडा की जयंती पर बालसभा का आयोजन
रतलाम। आदिवासी एकता परिषद् अखिल भारतीय भील समाज से जुड़ी संस्था-संगठनों द्वारा ग्राम मोरवानी में बिरसामुंडा की जयंती हर्षोउल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर बाल दिवस का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपालचंद्र निनामा प्रधानाध्यापक शायूईपीएस मोरवानी द्वारा की गई। इस अवसर पर राजू गांधी, शक्तिसिंह राठौर, सुरतलाल डामर, रूपेश, सुभाष गरवाल, राहुल हाड़ा, ज्योति हाड़ा, आदि उपस्थित थे।
रंगीला राजा पर रोक लगाने की निंदा
रतलाम। फिल्म अभिनेता गोविंद की फिल्म रंगीला राजा को सेंशर बोर्ड द्वारा रिलीज रोके जाने के संबंध में आपत्ति दर्ज कराते हुए कुलदीपसिंह भाटी ने बताया कि फिल्म रिलीज नहीं किया जाना अन्याय पूर्वक है। अगर इसे शीघ्र रिलीज नहीं किया गया तो पूरे देश में आंदोलन कर सेंशर बोर्ड के चेयरमैन द्वारा किए जा रहे इस कार्य की निंदा की जाएगी।