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हुंडई शोरूम मैनेजर ने की कंपनी के साथ धोखाधड़ी

locationरतलामPublished: Jul 19, 2019 11:10:43 am

Submitted by:

kamal jadhav

हुंडई शोरूम मैनेजर ने की कंपनी के साथ धोखाधड़ी

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हुंडई शोरूम मैनेजर ने की कंपनी के साथ धोखाधड़ी

रतलाम। हुंडई के सौम्या कार्प प्राइवेट लिमिटेड खाराखेड़ी रतलाम के जनरल मैनेजर (जीएम) सर्विस आनंद सक्सेना पर कंपनी के ही चीफ फाइनेंशियल आफिसर (सीएफओ) संतोष भावसार ने अमानत में खयानत करने का प्रकरण स्टेशन रोड पुलिस थाने पर दर्ज कराया है। रतलाम शोरूम के मैनेजर आनंद सक्सेना को करीब डेढ़ लाख रुपए का कबाड़ बेचने की अनुमति कंपनी के सीएफओ भावसार ने दी थी किंतु सक्सेना ने इससे बहुत ज्यादा कबाड़ भी बाले बाले ही मैनेजर ने बेच दिया जिसकी कीमत करीब नौ से दस लाख रुपए बनती है। यही नहीं सक्सेना ने शोरूम में चल रहे निर्माण कार्य के ठेकेदार राधेश्याम कुमावत से भी बिल पास करवाने के नाम पर कमिशन मांगा गया जिसकी रिकार्डिंग भी कंपनी के चीफ मैनेजर के पास आ चुकी है। खास बात यह है कि पहले तो जीएम सक्सेना इसे लेकर मना करता रहा लेकिन बाद में खुद ही आवेदन में इस बात को स्वीकार कर रहा है कि उसने ही इसका सौदा किया।

डेढ़ लाख में सौदा और बेच दिया १० लाख का स्क्रेप
सीएफओ भावसार ने पुलिस को बताया कि रतलाम के मैनेजर सक्सेना ने उनसे कंपनी के शोरूम में पड़े स्क्रेप को बेचने की अनुमति मांगी थी। शुरुआत में कीमत ७० हजार रुपए बताई गई। सीएफओ ने इस पर मना करते हुए कीमत को दोबारा तय करने की बात कही। जोर देने पर उन स्क्रेप की कीमत १ लाख ३० हजार रुपए बताकर सौदा करने की बात कही तो फिर से सीएफओ ने मना कर दिया। बाद में इनकी कीमत १ लाख ४० हजार बताई गई। कंपनी से अनुमति लेकर इस राशि में स्क्रेप बेचने की अनुमति दी गई। मैनेजर सक्सेना ने चालाकी से तय स्क्रेप के साथ ही इससे दो गुने से ज्यादा सामान न केवल बेच दिया। इसकी कीमत करीब नौ से दस लाख रुपए बनती है। यही नहीं जिस व्यक्ति के नाम से सौदा करने की बात कही थी उससे हटकर दूसरे को ही यह सामान देकर कंपनी के साथ धोखा किया।

ये स्क्रेप बेचने की दी थी अनुमति
सीएफओ भावसार ने पुलिस को बताया कि सक्सेना को आठ स्क्रेप बेचने की अनुमति दी गई थी। इनमें ओल्ड पायदान एक, कोरोलाइनर एक, वाशिंग लिफ्ट टोयटो, एल्युमिनियम स्क्रेप पांच पूंछ, प्लासिस्टक की थैलियां, फ्लैक्स के पाइप और पुराना सफेद राउंड सोफा हैं। इससे इतर सक्सेना ने सफेद और ग्रे सोफा के आठ नग, अलाइमेंट मशीन, बैलेंसिंग मशीन, वाशिंग पंप, पुरानी चेयर, टोयटो इनोवा का चेसिस, एसीपी की छह हजार वर्गफीट की शीट्स, स्पेयर पाट्र्स व एसेसरिज बेच दी जिसकी कीमत करीब दस लाख रुपए होती है। यह स्क्रैप सक्सेना ने राधेश्याम की बजाय यासिर शैरानी को महज १ लाख ४० हजार रुपए में ही बेच दी। जबकि सीएफओ को यह स्क्रेप राधेश्याम नाम के व्यक्ति को बेचने की बात कहकर धोधाधड़ी की गई। बताया जाता है कि राधेश्याम इसी शोरूम में निर्माण कार्य कर रहा है और उसे किसी से यह बात नहीं बताने और निर्माण कार्य के बिल पास करवाने के लिए २० हजार का एक मोबाइल फोन व सात हजार रुपए नकद भी ले लिए। बचे हुए बिल के भुगतान के एवज में २० हजार रुपए भी मांगे। राधेश्याम के मोबाइल फोन में इन सभी बातों की रिकार्डिंग मौजूद है।
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