बता दे कि पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक गुप्ता ने 2018 में फरवरी माह में चित्तौढग़ढ़ से लेकर रतलाम तक ट्रेन की गति को बढ़ाने के लिए निरीक्षण किया था। इसके बाद जीएम ने ट्रेन को 100 तक की गति से चलाने की मंजूरी दे दी थी। तब से अब तक ये अलग बात है कि रेलवे ने किसी ट्रेन को इस गति पर नहीं चलाया। अब रेलवे रतलाम से नागदा-उज्जैन-बैरागढ़ तक के सेक्शन पर ट्रेन को 130 से 160 तक की गति पर चलाने का स्पीड ट्रायल लेने जा रही है। इसमें रलताम से नागदा तक पहले से राजधानी ट्रेन 110 से 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती है। अब इस गति को और बढ़ाने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
फरवरी का अंतिम सप्ताह फिलहाल जीएम का जो निरीक्षण तय हुआ है उसके लिए 26 फरवरी की तारीख तय हुई है। इस बीच अगर लोकसभा चुनाव के लिए आचारसंहिता लगने की स्थिति बनती है तो ये निरीक्षण पहले भी हो सकता है। जीएम के निरीक्षण को देखते हुए रतलाम, नागदा, मक्सी, शुजालपुर जैसे बडे़ स्टेशन पर रंगाई-पुताई का कार्य शुरू हो गया है। डीआरएम सुनकर ने स्वयं जीएम के निरीक्षण के पूर्व इस सेक्शन पर एक पखवाडे़ में दो बार निरीक्षण किया है। इस निरीक्षण के दौरान पटरी की सुरक्षा, उसकी गति की जांच, सिग्नल, पाइंट्स, प्लेटफॉर्म पर यात्री सुरक्षा आदि को देखा गया है।