अनुविभागीय अधिकारी एमएल आर्य ने बताया कि कलालिया में डॉ दिनेश पिता मदनलाल नलवाया लम्बे समय से मरीजों को उपचार एलोपैथी पद्धति से कर रहे है। जबकि उनके पास आयुर्वेदिक डॉक्टर का डिप्लोमा है, वह भी मंदसौर के पते पर लिया गया। लेकिन डॉ मंदसौर के आयुर्वेदिक डिप्लोमा पर रतलाम जिले में कार्यरता था, बावजूद वह आयुर्वेदिक उपचार के स्थान पर मरीजों को ऐलोपोथी उपचार करता था। उपचार के दौरान एक ग्रामीण मरीज को गलत इंजेक्शन लगा दिया गया। जिससे मरीज की हालत और अधिक खराब हो गई। बाहर उपचार करवाने पर मरीज के करीब ४ लाख रुपए पूरे हो गए, इसके बाद भी मरीज ठीक नहीं हुआ। इस पर उसने शिकायत की थी। शिकायत पर गुरुवार की शाम को बीएमओ तथा चिकित्सालय प्रभारी डॉ दीपक पालडिय़ा व स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर कार्रवाई की गई है।
दवाइयां व औजार जब्त
एसडीएम आर्य ने बताया कि शिकायत पर हुई कार्रवाई के दौरान क्लिनिक से आयुर्वेदिक डिप्लोमा मिला है, जिसकी जांच की गई तो वही रिन्यु नहीं हुआ है। जांच के दौरान क्लिनिक से कई तरह की ऐलोपैथी दवाईयां, सर्जीकल औजार भी बरामद हुए है। साथ ही मौके से बॉटल, दांत निकालने के औजार भी बरामद हुए है। मामले में डॉक्टर पर प्रकरण भी दर्ज किया गया है। इस मामलें में डॉ नलवाया पर एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।