इसमें जिला जल सलाहकार आनंद व्यास ने कहां जल को शुद्ध री पाठशाला का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा हैं। इसके तहत अटल ग्राम विकास सामाजिक संगठन एवं जलमित्र समिति के सहयोग से हाईस्कूल रोजाना में पानी की पाठशाला का आयोजन किया। इसमें जल को शुद्ध रखने के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वह अपने गांव को शुद्ध पेयजल देने के लिए स्वच्छता अभियान पर ध्यान देवें तथा पेयजल स्रोतों के आसपास गंदगी ना होने दें।
अटल ग्राम विकास सामाजिक संगठन के संस्थापक अभय कोठारी ने कहा कि जल के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका के माध्यम से ही समाज को शुद्ध जल प्रदान किया जा सकता हैं। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से 8 मानको पर टेस्ट लगाकर पानी की गुणवत्ता का प्रशिक्षण विकासखंड समन्वयक पप्पूसिंह डाबर द्वारा दिया। इस अवसर पर बच्चों ने जल बचाने की शपथ लेते हुए जल मित्र शपथ पत्र भी भरें।
अटल ग्राम विकास सामाजिक संगठन के संस्थापक अभय कोठारी ने कहा कि जल के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका के माध्यम से ही समाज को शुद्ध जल प्रदान किया जा सकता हैं। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से 8 मानको पर टेस्ट लगाकर पानी की गुणवत्ता का प्रशिक्षण विकासखंड समन्वयक पप्पूसिंह डाबर द्वारा दिया। इस अवसर पर बच्चों ने जल बचाने की शपथ लेते हुए जल मित्र शपथ पत्र भी भरें।
इधर स्वच्छता की पोल खोल आलोट। क्षेत्र के ग्राम सोमचढ़ी में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बने हुए हैं, जो स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रहे हैं। यहां बना शौचालय काफी पुराने होकर जर्जर हो चुका है। हाल यह कि उनमें एक का दरवाजा गायब है तो दूसरे के दरवाजे का आधा हिस्सा टूटा हुआ है। इसके बाद भी स्कूल के बच्चे ऐसे शौचालयों का उपयोग करने को मजबूर हैं। इस मामले में न शाला प्रबंधन समिति एवं न ही शिक्षकों का ध्यान इस और है। परेशानी का सामना बच्चों को उठाना पड़ रहा है। इधर जिम्मेदार भी इस मामले में मुख्यालय को अवगत कराने बात कह अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहे हैं।