बिजली कंपनियों ने नई टैरिफ लागू करने के लिए तारीख तय कर दी है, लेकिन इसको लेकर अभी तैयारी शुरू हुई है। ऐसे में अगले माह बिल जारी करने के लिए दो टैरिफ से बिजली बिल तैयार करना है। ये बिल लोगों तक सही समय पर पहुंच पाएंगे इसमें संशय पैदा हो रहा है। इस मामले मेें कंपनी के जिम्मेदारों का कहना है कि हमारे पास अभी तक किसी प्रकार की जानकारी नहीं आई है। जिले में चार लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। इस बार आयोग ने 50 से अधिक यूनिट के बाद से प्रति यूनिट 10 पैसे की बढ़ोत्तरी की है। इसके साथ ही फिक्स चार्ज में बढ़ोत्तरी कर दी है। इसके चलते इसका यह भार हर वर्ग के उपभोक्ता पर पड़ेगा। इधर कंपनी साफ्टवेयर में बदलाव कर रही है। ऐसे में सितंबर माह में जारी होने वाले बिजली बिल के वितरण में देरी की संभावना जताई जा रही है।
इस तरह एक माह में दो-दो टैरिफ
बिजली कंपनियों ने 17 अगस्त से नई बिजली दरें लागू करने का फरमान जारी कर दिया है। इसके चलते अगस्त माह के पहले 16 दिनों की यूनिट खपत को पुरानी दर से व इसके बाद के 15 दिनों के यूनिट खपत नई टैरिफ के अनुसार जोडऩा पड़ेगी। इसके लिए बिजली कंपनी के कर्मचारियों को मशक्कत करना पड़ेगी, क्योंकि पूरे माह की रिडिंग तो एक ही बार आती है। वह भी दो भाग में अलग-अलग तारीखों में ली जाती है।
ऐसे बन सकता है सितंबर का बिजली बिल
जानकारों से मिली जानकारी के अनुसार जिस तारीख को रीडिंग हुई है। उस तारीख के अनुसार खपत की गई बिजली पर नई व पुरानी टैरिफ का बिजली बिल बनेगा। पूरे माह की खपत को प्रतिदिन की औसत खपत निकाल कर उसके अनुसार नई व पुरानी टैरिफ के अनुसार बिजली बिल बन सकता है। इसमें जिस तारीख को रीडिंग ली गई है उस तारीख के अनुसार बिजली खपत के दिनों की गणना की जाएगी। उस हिसाब से पुरानी व नई टैरिफ की गणना की जाएगी। यह कार्य साफ्टवेयर में यूनिट अपलोड करने के बाद वह स्वयं अलग-अलग वैरिफिकेशन कर देगा। रीडिंग के बाद की खपत अगले माह के बिल में जुड़ जाएगी।
अभी कोई दिशा निर्देश नहीं आए
नई टैरिफ 17 अगस्त से लागू होने के मामले में अभी कोई दिशा निर्देश विभागीय स्तर पर नहीं आए हैं। कंपनी स्तर पर साफ्टवेयर को अपडेट कर अपलोड किया जाएगा। इसके बाद बिजली बिलों को तैयार किया जाएगा।
एलके सोनेजी, अधीक्षण अभियंता, मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी रतलाम वृत्त।