प्रदेश व जिला कांग्रेस के निर्देशानुसार कांग्रेस नेता परशुरामजी सिसौदिया के नेतृत्व में शनिवार को सुबह 11 बजे नारायणगढ़ बस स्टैंड पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा के साथ किसानों की समस्याओं व मांगों को लेकर धरना शुरु हुआ। इसमें भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके साथ ही ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम का नायब तहसीलदार अभिषेक चौरसिया को सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने किया। उन्होंने बताया कि किसान संगठन की ओर से एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के साथ ही किसान कृषकों के कल्याण के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन ओर कर्ज माफी की मांग के साथ ही लखीमपुर खीरा ङ्क्षहसा में पीडि़तों के लिए न्याय भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की।
चुनावी वादे दिलाए याद : साथ ही बताया कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने संकल्प पत्र में किसानों से गेहूं 2700 प्रति ङ्क्षक्वटल ओर धान 3100 प्रति ङ्क्षक्वटल में खरीदी की घोषणा की थी लेकिन यह संकल्प सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया। इसे किसानों के हित में पूरा करने की मांग की। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा अपनी जायज मांगो के लिए आंदोलन किया कर रहे किसानों की मांगों को सुनने की मांग की। सरकार इस आंदोलन को कुचलने काम का कर रही है। इसका विरोध दर्ज कराया।
सांकेतिक चक्काजाम भी किया
धरने के बाद मौजूद कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यककर्ताओं ने नारायणगढ़- पिपलीया मंडी मार्ग पर सांकेतिक चक्काजाम कर विरोध किया। धरने को ब्लॉक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कन्हैयालाल पाटीदार, जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजहर हयात मेव, तुलसीराम पाटीदार, अजित कुमठ, रामचंद्र करुण, दिलीप यादव, रामप्रसाद फरक्या, दिनेश पाटीदार ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
जिले में नीलगाय की समस्या सबसे अधिक है और किसानों के लिए यह बड़ी समस्या बन गई है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में पूरे क्षेत्र को नीलगाय की समस्या से मुक्त करने की मांग की। किसानों की फसलों को यह झुंड में आकर बर्बाद कर रहे है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हर फसल में हो रहा है। इसे गंभीरता से लेने की मांग की।