script

ये कैसा अस्पताल, घर डिलेवरी हुई, अस्पताल आए तो बगैर इलाज के लौटा दिया

locationरतलामPublished: Nov 13, 2018 05:42:30 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

ये कैसा अस्पताल, घर डिलेवरी हुई, अस्पताल आए तो बगैर इलाज के लौटा दिया

patrika

ये कैसा अस्पताल, घर डिलेवरी हुई, अस्पताल आए तो बगैर इलाज के लौटा दिया

एमसीएच की व्यवस्थाओं में नहीं हो रहा है सुधार, स्टॉफ को बार-बार हिदायत के बाद भी व्यवहार नहीं सुधर रहा

रतलाम. जिला अस्पताल की ही एक शाखा के रूप में एमसीएच अलग हो गया। नया भवन बनने के बाद यहां संसाधन भी काफी अच्छी स्थिति में हो गए हैं किंतु यहां की नर्सों और स्टॉफ का मरीजों और उनके परिजनों के साथ व्यवहार में कोई सुधार नहीं हो पाया है। यहां आलम यह है कि नर्सें और स्टॉफ यहां प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं और उनके परिजनों से न केवल बदतमिजी से पेश आती हैं वरन कोई परिजन इलाज ठीक से नहीं होने की बात भी करता है तो उसे ही दो बातें उनकी सुनना पड़ जाती है। रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को घर पर प्रसव के बाद तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल लाई गई एक प्रसूता के साथ कुछ इस तरह का ही व्यवहार यहां की नर्सों ने करते हुए तबीयत खराब होने के बाद उसे घर रवाना कर दिया। दोबारा परिजन लेकर पहुंचे तो उन्हें नर्सों का कोपभाजन होना पड़ा।

यह है मामला
रत्नपुरी निवासी संतोष पांचाल की पत्नी सीमा गर्भवती थी और रविवार की शाम करीब सात बजे घर पर ही दर्द उठा और प्रसव हो गया। परिवार की महिलाओं और दाई ने प्रसव करवा दिया। बाद में रात करीब दो बजे घबराहट के साथ तबीयत खराब हुई तो परिजनों ने १०८ एंबुलेंस को बुलाकर उसके माध्यम से एमसीएच लेकर पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद नर्सों ने ही पहले देखा और कहा यह तो ठीक है कोई तबीयत खराब नहीं है। चाय बिस्किट खिलाओ और घर ले जाओ। इस समय तक महिला की हालत खराब ही थी किंतु नर्सें नहीं मानी और उसे बाहर कर दिया। सीमा के पति संतोष ने बताया अंदर किसी पुरुष का प्रवेश नहीं होने से महिलाएं लेकर वापस बाहर आई और तबीयत खराब होने से उसे वापस अंदर भेजा गया किंतु नर्सों ने एक नहीं सुनी और घर रवाना कर दिया। सुबह भी तबीयत खराब रहने से परेशान परिजनों को लगा कि महिला को झटके आने जैसी स्थिति है। दोपहर में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों से संपर्क करके मीडिया तक बात पहुंची तब जाकर सोमवार की शाम को महिला को यहां भर्ती किया गया।

————-
ड्यूटी नर्स से जवाब पूछेंगे

ड्यूटी पर नर्स ने ड्यूटी डॉक्टर को महिला को क्यों नहीं दिखाया। खुद ही कैसे उसे वापस भेज दिया। ऐसे डॉक्टर को दिखाए बिना भेजा जाना गलत है। हम उस समय ड्यूटी पर तैनात नर्सों से जवाब मांगेंगे और संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई करेंगे।
डॉ. आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल


तापमान में गिरावट, वातावरण में घुलने लगी ठंडक

दिन का पारा ३३ और रात का १४ डिग्री सेल्सियस

रतलाम। सर्द हवा का असर शहरवासियों पर होने लगा है, प्रात:काल और देर रात्रि तापमान में गिरावट के साथ ही वातावरण में ठंडक घुलने लगी है। दुधवाहक, सब्जी लेकर मंडी पहुंच रहे किसान, आदि सुबह-सुबह सफर पर निकलने वाले लोग स्वेटर, मफलर आदि से दुबके नजर आने लगे हैं। दिन के पारे में उतार-चढ़ाव बना हुआ है, लेकिन रात का पारा लगातार तीन दिनों से लुढ़कता जा रहा है। १० नवंबर का पारा १५.६ डिग्री सेल्सियस पर था, वहीं सोमवार तक १.४ डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर १४.३ डिग्री सेल्सियस पर आ गया। जबकि दिन का तापमान में वृद्धि ३३.८ डिग्री सेल्सियस के साथ वृद्धि दर्ज की गई।

मौसम प्रेक्षक महेशकुमार शर्मा के अनुसार रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, आगामी दिनों में सर्दी का असर तेज होने के आसार है। सोमवार को दिन का तापमान ०.८ डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ ३३.८ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जबकि रात का तापमान ०.१ डिग्री की गिरावट के साथ १४.२ डिग्री पर आ गया। सुबह की आद्र्रता ५६ और शाम की २६ प्रतिशत दर्ज की गई है।

विद्यालय के समय बदला…

चक्रवती तूफान गाजा के प्रभाव से प्रदेश में खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में तेजी से तापमान में गिरावट की आशंका के चलते गुजराती समाज उमा विद्यालय न्यूरोड के समय में १४ नवंबर से वृद्धि कर दी जाएगी। प्राचार्य संजयराज दुबे ने बताया कि सर्दी के म²ेनजर विद्यालय का समय ८.३० बजे से कर दिया गया है।

दिनांक अधिकतक न्यूनतम

१० नवंबर ३१.६ १५.६

११ नवंबर ३३.० १४.३

१२ नवंबर ३३.८ १४.२

ट्रेंडिंग वीडियो