उज्जैन से रतलाम तरफ आ रही एक मालगाड़ी का दरवाजा रविवार तडक़े अचानक खुल गया। इसके बाद वो उन्हेल के करीब पोल से टकरा गया। इससे डेढ़ घंटे तक उज्जैन-नागदा के बीच अपलाइन पर रेल मार्ग बंद रहा। घटना सुबह 4.30 बजे की है।
तेज गति से चल रही थी ट्रेन रेलवे के संरक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सुबह करीब ७० की गति से मालगाड़ी उज्जैन से नागदा तरफ आ रही थी। इस दौरान अचानक से मालगाड़ी के मध्य क्षेत्र का दरवाजा खुल गया। इसके बाद 70 से 85 के बीच चल रही मालगाड़ी के एक डिब्बे का दरवाजा बिजली के पोल से टकरा गया। इसके बाद रेल लाइन के बिजली के तार में भी खराबी आ गई।
डेढ़ घंटे लगे सुधारने में दुर्घटना के बाद इसको सुधारने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। मामले की सूचना मिलते ही मंडल से वरिष्ठ डीई टीआरडी सीएस यादव सहित टीआरडी विभाग के अन्य सेक्शन दंजीनियर आदि दुर्घटना सथल पर पहुंचे। इसके बाद बिजली के पोल व तार को ठीक करने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर ने बताया कि दुर्घटना के बाद राहत कार्य तेजी से किया गया।
तो हो जाता बड़ा हादसा रेलवे अधिकारियों के अनुसार मालगाड़ी का दरवाजा टकराने के बाद पोल टेढ़ा हो गया। अगर बिजली का पोल पटरी पर गिरता तो बड़ा रेल हादसा होता। क्योंकि रेलवे के बिजली के तार में 11 हजार किलोवाट का करंट दौड़ता है। एेसे में दूर तक इसका असर होता। हालाकि समय रहते मामले की सूचना मिल गई व बाद में पहुंचकर रेलवे अधिकारियों ने टेढे़ हो गए पोल में सुधार कार्य कर दिया।