सीएसपी अगम जैन द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के बाद एसपी ने घटनाक्रम की शुरुआत को लेकर एसआई आनंद बागवान और आरक्षक मेहताब सिंह को दोषी मानते हुए उन्हे लाइन अटैच किया है। एसपी का मानना है कि उक्त मामले में इन दोनों पुलिसकर्मियों के द्वारा संयम नहीं बरता और अभद्रता की गई, जिसके चलते एेसे हालात पैदा हुए और उक्त घटना घटित हुई है।
अभाविप पदाधिकारी भी मिले
लाठीचार्ज से जुड़े मामले को लेकर अभाविप के पदाधिकारी भी सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी से मुलाकात की। अभाविप ने मामले एसआई प्रमोद राठौर पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आपत्ति ली। उनका कहना था कि उन्हे पता चला है कि सीएसपी की जांच में एसआई राठौर का नाम नहीं था। एेसे में देर शाम को कृष्णा डिंडोर के फिर से बयान होना बताए जा रहे है, जिसके बाद एसआई राठौर पर भी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
लाठीचार्ज से जुड़े मामले को लेकर अभाविप के पदाधिकारी भी सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी से मुलाकात की। अभाविप ने मामले एसआई प्रमोद राठौर पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आपत्ति ली। उनका कहना था कि उन्हे पता चला है कि सीएसपी की जांच में एसआई राठौर का नाम नहीं था। एेसे में देर शाम को कृष्णा डिंडोर के फिर से बयान होना बताए जा रहे है, जिसके बाद एसआई राठौर पर भी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।
पुलिस पर था दबाव
लगातार लाठीचार्ज की चार घटनाओं के बाद पुलिस पर इस मामले में लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था। दरअसल इसके पूर्व की तीन घटनाओं को लेकर बहुत ज्यादा विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ था लेकिन इस घटना के बाद सब्र का बांध टूट गया और अभाविप के साथ भाजपा सहित अन्य संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया था। हर रोज धरना प्रदर्शन हो रहा था, जिसके चलते पुलिस बेकफुट पर आ गई थी और एसपी ने सीएसपी को जांच सौंपी थी।
लगातार लाठीचार्ज की चार घटनाओं के बाद पुलिस पर इस मामले में लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था। दरअसल इसके पूर्व की तीन घटनाओं को लेकर बहुत ज्यादा विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ था लेकिन इस घटना के बाद सब्र का बांध टूट गया और अभाविप के साथ भाजपा सहित अन्य संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया था। हर रोज धरना प्रदर्शन हो रहा था, जिसके चलते पुलिस बेकफुट पर आ गई थी और एसपी ने सीएसपी को जांच सौंपी थी।