इधर, कोडरमा में झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के दोनों उम्मीदवार चुनाव हार गए और लोकसभा चुनाव में मिली पराजय से पूरे पार्टी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। बाबूलाल मरांडी को हाल ही में राजद छोड़ कर भाजपा में आई अन्नपूर्णा देवी ने पराजित किया। हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस भी सिंहभूम लोकसभा सीट बड़ी अंतर से जीत हासिल करने में सफल रही, लेकिन यह जीत कांग्रेस की जीत के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उनकी विधायक पत्नी गीता कोड़ा की व्यक्तिगत जीत मानी जा रही है।
झारखंड में वर्ष 2014 की तरह पुराना प्रदर्शन दोहराना मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषक पूर्व मेंयह आशंका व्यक्त कर रहे थे कि लोकसभा चुनाव में राज्य सरकार के खिलाफ व्याप्त एंटी इंकंबेंसी से नुकसान होगा, लेकिन पूरे देश की तरह झारखंड में भी भाजपा को मिली जीत से पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री रघुवर दास की स्थिति मजबूत हुई है।