इस सभा को सम्बोधित करते हुए महाज के संयोजक मौलाना ओबेदुल्लाह कासमी ने कहा कि जन आक्रोश सभा का ये आंदोलन किसी जाति धर्म के विरूद्ध नहीं बल्कि उनकी लड़ाई सम्प्रदायिक तत्वों और शाक्तियों के खिलाफ है। उन्होंने मॉब लींचिंग की घटना और नफरत फैलाने की साजिश के बावजूद हिन्दू-मुस्लिम एकता व गंगा जमना तहजीब की जड़े मजबूत है जिसे कोई हिला नही सकता। उन्होने कहा कि शादी से वापस आ रहे तबरेज अंसारी को पकड़ कर 18 घंटे बांध के मारा गया, दोषी भीड़ बचने के लिए चोरी के आरोप लगाकर उसे जेल भेजवा दिया जहा पुलिस के लापरवाही से उसकी मौत हो गई।
इस मौके पर झारखंड तंजीम के अध्यक्ष शमशेर आलम ने कहा कि एक साजिश के तहत राज्य में इस तरह के घटना को अंजाम देकर असुरक्षा का माहौल बनाया जा रहा है लोग आज खुद को असुरक्षित महसुस कर रहे है। मुफ़्ती अनवर कासमी ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना जब हद से बढ़ गया तब हम घर से निकले।
सभा के द्वारा 07 सूत्री प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग किया गया गया, तबरेज अंसारी मॉब लींचिंग कांड की सीबीआई से जांच कराने, सर्वोच न्यालय द्वारा मॉब लींचिंग पर रोक के लिए दिये आदेशों का अक्षरशः पालन कराने और मॉब लींचिंग के सभी पीड़ित परिवार का पुर्नवास सुनिशचित करने की मांग शामिल है।