पिछले महीने ही सिंदगोड़ा टाउन हॉल में बाबूलाल मरांडी ने झाविमो के कार्यकर्ताओं को लामबंद करने के लिए सम्मेलन किया था। इसी मौके पर उन्होंने 86 बस्ती के मालिकाना हक का मुद्दा भी उछाला था। 86 बस्ती को मालिकाना हक दिलाए जाने के सवाल पर रघुवर दास राजनीति में शीर्ष स्तर तक पहुंचने में सफल रहे हैं। अब रघुवर दास के विरोधी सवाल कर रहे हैं कि आखिर 86 बस्ती को मालिकाना हक कब मिलेगा।
झाविमो के केंद्रीय सचिव सरोज सिंह ने बताया कि इससे पहले पार्टी प्रमुख ने पंद्रह दिनों का सदस्यता अभियान चलाया था। चुनाव में वक्त कम हैं इसलिए कम मियाद में असरदार मुहिम छेड़ी गई है। सदस्यता अभियान के तहत ढाई लाख सदस्य बनाने के लक्ष्य रखे गए थे, लेकिन पार्टी ने पांच लाख से अधिक लोगों को जोड़ा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर पार्टी बेहद आशान्वित हैं।