घायलों को हजारीबाग के सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया है। वहीं कुछ मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है। मरने वालों में दो महिला और एक पुरुष हैं। दो लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, वहीं एक की मौत हजारीबाग में इलाज के दौरान हुई है।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पूरा परिवार बिहारशरीफ के पटेल नगर से रामगढ़ के छिन्नमस्तिका मंदिर रजरप्पा मुंडन के लिए जा रहा था, तभी घाटी के निकट गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। गाड़ी में 50 से अधिक लोग सवार थे। लगभग 10 मरीजों को रांची और पटना रेफर कर दिया गया है। घटना के बाद पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल है।
बताया गया है कि बस की स्पीड काफी तेज थी, जिसके वजह से घाटी में ड्राइवर बस पर अपना नियंत्रण नहीं रख सका और बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए पलट गई। सूत्रों ने बताया कि दुर्घटना में करीब 12 तीर्थयात्री घायल हो गये जिनमें से छह को गंभीर स्थिति में रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) भेजा गया है जबकि अन्य का इलाज हजारीबाग सदर अस्पताल में चल रहा है। मृतकों की पहचान नालंदा जिले के बेना थाना क्षेत्र के करायबिगहा गांव निवासी किवी देवी (35), पिंकी देवी (26) और रंजीत कुमार (30) के रूप में की गयी हैं। रंजीत और पिंकी पति-पत्नी हैं। दुर्घटना के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया।