यह कहा rampur dm Anjney Kumar Singh ने रामपुर डीएम ( Rampur DM ) आंजनेय कुमार सिंह ( Anjney Kumar Singh ) ने बताया कि यह सामान्य सी प्रक्रिया है। जब किसी पर आरोप लगता है तो उसकी जांच कराई जाती है। जांच में अगर सही तथ्य निकलकर सामने आते हैं तो पहले एफआईआर (
FIR ) होती है। एफआईआर (FIR) के बाद एक क्राइटेरिया है। इस प्रक्रिया का फॉलो किया जाता है। सांसद आजम खान ( Rampur MP Azam Khan ) और उनके करीबी रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर को भू-माफिया घोषित किया गया है। पुलिस इनकी जांच कर रही है।
किसानों ने दी थी शिकायत डीएम के अनुसार, आजम खान पर आरोप है कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए नाजायज तरीके से किसानों की जमीन को कब्जा लिया। कागज में जमीन आज भी उन किसानों के नाम दर्ज है, जबकि हकीकत में रामपुर सांसद आजम खान ( Rampur MP Azam Khan ) ने जमीनों को अपने जौहर ट्रस्ट में चारदीवारी बनाकर कब्जा कर लिया। इन्हीं सब चीजों को लेकर तमाम किसानों ने तहरीर दी है। इसके आधार पर उन्होंने राजस्व से जांच करवाई थी। इसमें यह साफ हो गया है कि जो आरोप किसानों ने लगाए हैं, वे सही हैं। इसके बाद आजम खान और आले हसन के खिलाफ पुलिस को एफआईआर ( FIR ) दर्ज करने के आदेश दिए थे। पुलिस आरोपों की जांच कर रही है।
Ajay Pal Sharma IPS ने यह बयान दिया अब पुलिस की जांच में क्या चीजें हैं, इसे समझने के लिए पत्रिका टीम ने एसपी अजय पाल शर्मा ( Ajay Pal Sharma IPS ) से बात की। एसपी अजय पाल शर्मा ( Ajay Pal Sharma IPS ) ने बताया कि आजम खान ( Azam Khan ) और उनके करीबी रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर आले हासन पर किसानों को धमकाने और उनकी जमीन को कब्जाने के आरोप में एफआईआर ( FIR ) दर्ज की गई है। इसको लेकर उन्होंने एक एसआईटी का गठन किया है। इसमें एक कोतवाल और कई दरोगा हैं। वे सभी किसानों के मुकदमों की जांच करेंगे। एफआईआर ( FIR ) में लिखे आरोपों की जांच एसआईटी करेगी। जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी।
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