आजम खान बोले, अब कोर्ट पर ही भरोसा है शुक्रवार को सपा नेता आजम खान ने कहा कि जल निगम मामले में जो भर्ती हमारी सरकारी ने की, उसके खिलाफ सरकार पहले हाइकोर्ट गई। बाद में जब उसे हाईकार्ट से फटकार लगी, तब सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में उनके खिलाफ मोर्चा खोला। जिन्हें हमने नौकरियां दी हैं, अब उन बच्चों को देश की सबसे बड़ी अदालत से न्याय मिला है। इसको लेकर खुशी की लहर है। आजम खान ने कहा कि देश मे जब-जब सरकारों ने जनता के प्रति जुल्म किए हैं, तब-तब देश की अदालतों ने डेमोक्रेसी को बचाया है। इससे यही साबित होता है कि अब कोर्ट पर ही भरोसा है। उन्होंने कहा कि जिस सरकार को नौकरियां देने का काम करना था, आज वहीं सरकार नौकरियां छीनने के लिए कोर्ट में खड़ी हो गई है। इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है।
आदेश के बाद मिलेंगे सवा छह लाख रुपये उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब हर उम्मीदवार को करीब सवा छह लाख रुपये मिलेगा। बहुत से बच्चे बच्चियों के रिश्ते टूट गए। घरों पर टिन कह छत नहीं है। ये इनकी मेहनत की तनख्वाह थी। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला मानवीय अाधार पर भी काफी मायने रखता है। दो लोगों को सजा देने के लिए बिना वजह इतने लोगों को परेशान किया गया। अब सरकार को चाहिए की वह अब उन बच्चों को जल्द से जल्द ज्वाइनिंग कराए ताकि बच्चे अपनी नौकरियां अच्छे से कर सकें।
आजम खान पर लगा था यह आरोप सपा शासनकाल में आजम खान ने जल निगम में कुछ भर्तियां की थीं। सत्ता बदलने के बाद आजम खान पर यह आरोप लगा कि उन्होंने अपनी सत्ता में रहते हुए तमाम छात्र-छात्राओं को गलत तरह से नौकरियां दी हैं। इस मामले में आजम खान की एसआईटी जांच कर रही थी।