भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ शिकायत करने वालों का कहना है कि शिव शंकर बनर्जी ने 2016 में ही अपना घर बिरसा हांसदा को 60 लाख में बेच दिया था। उनके पास घर के पेपर भी हैं। इस संबंध में बिरसा हांसदा ने कहा कि उनके आने की संभावना कितनी है कुछ कह नहीं सकते । लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने नेताओं, व्यवसायियों और समाजसेवियों से 3-4 करोड़ रुपए से ज्यादा का उधार लिया है। किसी से मकान व जमीन बेचने तो किसी से दुकान बेचने के नाम पर किसी को काम दिलाने के नाम पर एग्रीमेंट कर रुपए उधार लिए हैं। उनके अचानक गायब होने के बाद लौटने की जानकारी उनके परिवारवालों को भी नहीं हैं।
यह भी शिकायत मिली है कि सांसद निधि से काम दिलाने के नाम पर पप्पू बनर्जी ने एक युवक से भी एक लाख रुपये लिये थे, लेकिन अब तक उसे काम नहीं मिला है, वहीं अब पप्पू बनर्जी के गायब हो जाने से कई अन्य लोग भी परेशान है। बताया गया है कि शिवशंकर बनर्जी को पैसे देने वाले लोगों ने जब उनपर दबाव बनाना शुरू किया, तो उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी कार्यालय को भेज दिया था, इसी पत्र के आधार पर उन्हें पद से मुक्त करने की बात सामने आयी है। हालांकि इस संबंध में पार्टी के नेता कुछ अधिक बोलने से इंकार कर रहे है।