साल में 8-10 मामले आते हैं…
साल में 8-10 मामले ऐसे आते हैं, जहां पर महिलाओं को बेटा नहीं होने पर घर से निकाल दिया जाता है, या उन्हें पीहर (मायके) में छोड़ दिया जाता है। जब मामले की तह पर जाते हैं तो पता चलता है कि उसने पहले दो-तीन बेटियों को जन्म दे रखा है, लेकिन उसके बाद भी घरवालों को बेटा चाहिए। निश्चित ही यह वंशवाद ही है। शकुंतला पामेचा, संयोजिका, महिला मंच राजसमंद