राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2016 में राजसमंद को 900 किलो लीटर केरोसिन आवंटित किया जा रहा था। उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शनों के बाद अब राजसमंद जिले को सिर्फ 216 किलो लीटर केरोसिन ही मिल रहा है। इससे स्टोव पर खाना बनाने वाले परिवार भी कम हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्र तो क्या शहरी इलाके में भी कई लोग आज भी चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं। राजसमंद में गाडरियावास, राजनगर, धोइंदा क्षेत्र में तंबू तले गुजर बसर करने वाले परिवार आज भी भोजन पकाने के लिए चूल्हे पर ही आश्रित है। इससे घर घर उज्ज्वला कनेक्शन की हकीकत सामने आ गई।
ये हैं उज्ज्वला योजना की स्थिति
गैस एजेंसी जारी कनेक्शन
चन्देल गैस एजेंसी खमनोर 8,577
द्वारकेश गैस एजेंसी कांकरोली 4,752
कारगिल गैस एजेंसी भीम 8,859
कुंभलगढ़ गैस एजेंसी केलवाड़ा 11,716
रामकृष्ण गैस एजेंसी पीपरड़ा 9,962
शक्ति गेस सर्विस राजसमंद 8,622
श्री बालाजी गैस एजेंसी कांकरोली 4,272
शुभम गैस एजेंसी कांकरोली 3,936
सरस्वती एचपी गैस ग्रामीण 11,68
चारभुजा गैस सर्विस आमेट 4,475
श्री विनायक इंडियन गैस 6,712
सोनल गैस एजेंसी नाथद्वारा 6,265
रणजीतसिंह सिसोदिया, जिला रसद अधिकारी राजसमंद