ऐसा होता है जिला स्तर पर कार्यालय
पर्यटन तीन ढ़ांचों में है। क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय होता है, जो संभागीय मुख्यालय पर है। इसके अलावा पर्यटक स्वागत केन्द्र है, जो जयपुर, भरतपुर सरीखे बड़े जिलों में है। इसी तरह पर्यटन सूचना केंद्र का दफ्तर है, जो छोटे जिलों में है। हर कार्यालय में उप निदेशक, सहायक पर्यटन अधिकारी, पर्यटन अधिकारी के अलावा लेखा, मंत्रालयिक कार्मिकों के पद सृजित है। यह जरूर हो सकता है कि पद सृजित है, मगर कार्मिकों की अपर्याप्तता के चलते कई जगह पद रिक्त है।
फिर जगी कार्यालय की उम्मीद
विधायक किरण माहेश्वरी ने विधानसभा में प्रश्न किया कि राजसमंद में पर्यटन विभाग का कार्यालय खुले। इस पर पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्रसिंह ने सहमति जताते हुए नाथद्वारा में चल रहे पर्यटन सूचना केंद्र को राजसमंद में खोलने के आदेश पारित किए। अब सवाल उठ रहा है कि क्या पांच साल से हवा में पर्यटन कार्यालय ही हवाहवाई होकर राजसमंद आएगा अथवा विधिवत कार्यालय खोलेगा, जिसमें अधिकारी, कार्मिकों के पद सृजित होंगे।
अस्तित्व में नहीं विभाग
हां, राजसमंद में विधिवत पर्यटन सूचना केंद्र नहीं खुला और न ही आईडी जनरेट हुई। इसके लिए जनवरी माह में सरकार को लिखा गया। अब तक पर्यटन विभाग अस्तित्व में नहीं है। राजसमंद में कार्यरत सहायक पर्यटन अधिकारी की मूलत: पोस्टिंग उदयपुर में ही है।
शिखा सक्सेना, उप निदेशक क्षेत्रीय पर्यटन विभाग उदयपुर