207 पंचायतों में Toilets बनाने के बाद उपयोग के लिए ग्रामीणों को मोटिवेट करने के लिए पंचायतीराज विभाग द्वारा 800 स्वच्छताग्रही तैयार किए जा रहे हैं। राजसमंद व रेलमगरा पंचायत समिति के स्वच्छताग्रही को प्रशिक्षण दे दिया, जबकि खमनोर, देवगढ़, भीम, कुंभलगढ़, आमेट पंचायत समिति क्षेत्र के स्वच्छताग्रही को भी इसी सप्ताह प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिर वे कभी भी टोल फ्री नम्बर पर कॉल कर कोर्स कर सकेंगे।
– समुदाय आधारित स्वच्छता तकनीक अपनाना
– ट्रिगरिंग की प्रक्रिया, टूल्स के इस्तेमाल, शौचालय निर्माण की तकनीक से ग्रामीणों को अपडेट करना
– घर, गली-मोहल्ले को हमेशा स्वच्छ रखना
– स्वच्छता कायम करने के लिए दैनिक जीवन में जरूरी बदलाव व अच्छी आदतें डालना
– सडक़, सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता कायम करने के लिए खुद ध्यान रखना और जो कोई हर कहीं कचरा फेंके, उन्हें भी टोकना और रोकना
स्वच्छ भारत मिशन, जलशक्ति मंत्रालय व एसबीएम एकेडमी द्वारा प्रथम चरण में राजस्थान, झारखंड, मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के चार जिलों का चयन किया। इनमें राजस्थान में राजसमंद का चयन हुआ है, जहां दो ब्लॉक के स्वच्छताग्रही प्रशिक्षित भी हो चुके हैं। उसके बाद राजस्थान के अन्य जिलों के साथ ही देशभर के अन्य राज्यों में भी स्वच्छताग्रहियों को कोर्स करवाएगा जाएगा।
गांवों में शौचालय का उपयोग व स्वच्छता कायम करने के लिए स्वच्छताग्रहियों को विशेष कोर्स करवाया जाएगा। प्रदेश में राजसमंद का चयन हुआ। स्वच्छताग्रही को प्रशिक्षित कर ग्रामीणों को बेहतर व आसान तरीके से स्वच्छता के लिए मोटिवेट करेंगे, ताकि स्वच्छता कायम हो सकें।
नीमिषा गुप्ता, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजसमंद