शहीद परिजनों के जुटाए ढाई लाख
एक शाम पुलवामा शहीदों के नाम कार्यक्रम में लोगों में देशभक्ति का जज्बा जगाने वाले कलाकार मोइनुद्दीन मनचला, लेहरूदास वैष्णव व जगदीशचंद्र वैष्णव ने कोई शुल्क नहीं लिया। कलाकारों ने शहीद नारायणलाल गुर्जर के परिजनों के सहयोग की अपील की, तो लोगों ने दिल खोलकर सहयोग राशि दी। दो लाख 51 हजार रुपए एकत्र हुए, जो शहीद नारायणलाल गुर्जर को दिए जाएंगे।
देशभक्ति गीतों से ओतप्रोत हुए शहरवासी
कलाकार लेहरूदास ने ‘खून के आंसू रोएगा तू सुन ले पाकिस्तान, नक्शे से मिटाएंगे हम तेरा नामोनिशान…Ó प्रस्तुत कर लोगों में देशभक्ति का संचार किया। फिर ‘रघुनंदन ये हुकम सुना दो, आज वीर हनुमान को, जैसे लंका फुंकी थी, वैसे फुंको पाकिस्तान को…Ó पेश किया, तो पांडाल में लोग जिंदाबाद के जयकारे लगाने लग गए। लेहरूदास ने फौजी के बच्चे की जुबानी का भक्ति गीत ‘मैं धनुष बाण श्रीराम से लेकर, चक्र कन्हैया से लूंगा अब सीमा पर जाकर मैं भी दुश्मन से टक्कर लूंगा…Ó पेश कर माहौल धर्ममय बना दिया। मोइनुद्दीन मनचला ने ‘जो है फर्ज वो अदा कीजिए, जवानों के वास्ते दुआ कीजिए…Ó प्रस्तुत कर देश पे्रम के प्रति जज्बा जागृत किया। ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी…Ó मार्मिक गीत पेश किया, तो लोगों की आंखे भर आई। इसके बाद जगदीश चंद्र वैष्णव ने ‘हिन्दुस्तान अब बदला लेगा, कपटी पाकिस्तान से…Ó पेश कर लोगों में देशभक्ति का जोश भर दिया। अंत में मोइनुद्दीन मनचला व लेहरूदास ने ‘चि_ी ना कोई संदेश, जाने है वो कौनसा देश, कहां तुम चले गए…Ó गाया, तो लोग संगान करने लग गए। ‘सात सुरों का बहता दरिया तेरे नाम, तेरे नाम, हर सुर में रंग खनता तेरे नाम…Ó सरीखी कीई भक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी। इसके अलावा दो नन्हें बाल कलाकारों ने भी कविता व भक्ति गीत पेश किए। इस बीच कवि सुनील जी सुनील ने भी काव्यपाठ कर लोगों को खूब गुदगुदाया। कार्यक्रम का संचालन मुकेश पालीवाल, डालचंद कुमावतने किया।
ये थे मौजूद
कार्यक्रम में पार्षद नारायणलाल सुथार, ब्रजेश पालीवाल, भूरालाल कुमावत, प्रकाश कुमावत, दीपक शर्मा, हेमंत उर्फ लच्छु रजक, विकास सोनी, रतन लक्षकार, रमेश मेवाड़ा, पवन पोखरना, विनोद मेवाड़ा, लवेश सुरेचा, मनोज गट्टा, राकेश प्रजापत, हीरालाल माली, अर्पित जैन, नीतेश माली, कुशलेंद्र दाधीच, दिनेश श्रीमाली, जगदीश श्रीमाली, सुनील जी सुनील, कैलाश तलेसरा, गणेश गायरी, किशन गायरी, प्रभुसिंह, अविनाश गौरवा, घनश्याम माली, राजू बैरवा, देवराजसिंह चारण, नवीन प्रजापत, जिबराल, रज्जाक मोहम्मद, काईग बोहरा, शंकर खटीक, नरेन्द्रसिंह उर्फ पप्सा राठौड़ आदि थे।