14 साल से बेडिय़ों में जकड़े हैं ‘प्रभु’
राजसमंदPublished: Oct 22, 2019 12:00:52 pm
जेतपुरा का मानसिक विमंदित परिजनों पर ही कर देता है प्राणघातक हमले बंधे हुए हाथों से हथोड़े की तरह मकान की दीवार भी तोड़ डाली आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को इलाज के लिए है मदद की दरकार
14 साल से बेडिय़ों में जकड़े हैं ‘प्रभु’
आईडाणा. ग्राम पंचायत जेतपुरा के आंगल गांव में वैष्णव परिवार में जन्मा प्रभुदास (45) पुत्र ऊंकारदास वैष्णव लगभग 14 वर्ष पूर्व अपना मानसिक संतुलन खो बैठा। इसके चलते तभी से वह बेडिय़ों में जकड़ा हुआ है।
पत्नी सुखी बाई ने बताया कि वह मुझे व परिवार के सदस्यों को देख प्राणघातक हमला करने को दौड़ता है। उसके हमले से कई बार परिवारजन घायल भी हो चुके हैं। ऐसे में रोज-रोज की परेशानी से बचने के लिए परिजनों ने प्रभुलाल को बेडिय़ों से बांध रखा है। प्रभुलाल के एक पुत्री व एक पुत्र है। पुत्री का 22 वर्ष की उम्र में विवाह कर दिया गया। वहीं, पुत्र सुरेश (21) प्रभुलाल की सार सम्भाल में लगा हुआ है। परिवार के भरण-पोषण के लिए उसकी पत्नी विद्यालय में पोषाहार बनाकर अपना गुजारा चला रही है। वहां भी उसे मात्र 1300 रुपए मासिक ही पारिश्रमिक मिलता है। ऐसे में मानसिक रूप पीडि़त प्रभुलाल के इलाज के लिए सामाजिक संस्थान से सहयोग की जरूरत है।
टोने-टोटके से लेकर चिकित्सा तक सब कुछ किया
विमंदित प्रभु के इलाज के लिए परिजनों की ओर से टोने-टोटके से लेकर चिकित्सा तक के सब उपाय किए गए, लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया। ऐसे में अब उच्च स्तर पर उपचार के लिए आय का कोई साधन नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
परिजनों ने दूसरे के घर में ले रखा आश्रय
अपने छोटे से पैतृक मकान में प्रभु को बेडिय़ों से बांध रखा है व उसकी पत्नी सुखी बाई व पुत्र ने गांव के मोहनलाल गुर्जर के मकान में आश्रय ले रखा है। इनके खान-पान की भी अधिकतर समय व्यवस्था गुर्जर द्वारा ही की जा रही है। प्रभु के बीपीएल परिवार में होने के बाद भी उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है।
तोड़ डाली मकान की दीवार
विमंदित प्रभु को जिस कमरे में बांध रखा है, वहां उसने हाथ से लगातार हमला कर दीवार को भी तोड़ दी है। वहीं आसपास के कई सामान भी तोड़ दिए। पुत्र सुरेश ने बताया कि कई दिन तक तो खाना खिलाने में भी काफी दिक्कत होती है क्योंकि वह किसी को पास में भी नही आने देते।
एक बार खा लिया था जहर
प्रभु ने एक बार कपास पर छिड़कने वाली जहरीली दवा खा ली थी। वहीं, एक बार 11 केवी लाइन के ट्रांसफार्मर को छू लिया, जिससे झटका लगा एवं हाथ जल गया था। इस तरह की हरकतों के कारण ही परिजनों को उसे बेडिय़ों से जकडऩा पड़ा।
हर संभव सहयोग करेंगे
मानसिक पीडि़त प्रभुलाल का नाम बीपीएल में है। उम्र कम होने के कारण पेंशन योजना का उसे लाभ नहीं मिल सकता। पंचायत द्वारा जो भी सहयोग होगा वह कराया जाएगा।
हरीसिंह राव, सरपंच, ग्राम पंचायत जेतपुरा