खदान पर एकत्रित ग्रामीण दिनभर खनन नहीं होने देने की बात पर अडिग़ गए। ढेलाणा के ग्रामवासी बोले कि दो वर्ष से खनन हो रहा है, जिसकी वजह से क्षेत्र की सडक़ें काफी खराब हो चुकी है और पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। प्रदूषण की वजह से खेती की उपज भी प्रभावित होने लगी है।
बीकावास माता मंदिर के पीछे बिलानाम भूमि आराजी नंबर 712 व 4.92 हैक्टर के परिक्षेत्र में चल रहे खनन को ग्रामीणों ने रूकवा दिया। ढेलाणा में 84/2005, 166, 116, 237, 238/2006 आदि पांच अधिकृत खनन की लीज है, मगर इसके अलावा भी कई जगह क्वाटर््ज फेल्सपार का खनन किया जा रहा है। सरकारी जमीन पर अवैध खनन की सूचना ग्रामीण पहुंच गए और ग्रामीणों ने खनन रूकवा दिया।
ढेलाणा में लीज है, मगर बिना सीमांकन खनन होने की शिकायत मिली है। अब सीमांकन के बाद पीलर लगाने के बाद ही खनन शुरू करने के लिए खननकर्ता को पाबंद किया है।
गोपाल बच्छ, खनि अभियंता खान एवं भू विज्ञान विभाग आमेट
खनन की लीज स्वीकृत है, मगर उसका सीमांकन नहीं हो रखा है। इस कारण खनन वैध है या अवैध। यह स्पष्ट नहीं हो पाया। तथ्यात्मक स्थिति से तहसीलदार को अवगत करा दिया गया है। साथ ही सीमांकन न होने तक खनन नहीं करने के लिए खान मालिक को कहते हुए ग्रामीणों से समझाइश की गई।
प्यारेलाल, पटवारी बीकावास
लीज के बहाने अवैध खनन किया जा रहा है। पत्नी के नाम लीज लेकर उदयपुर में तैनात पुलिसकर्मी द्वारा खनन किया जा रहा है। हम खनन नहीं होने देंगे।
देवीलाल कुमावत, उप सरपंच सेलागुड़ा
ढेलाणा के ग्रामवासी खनन नहीं करने दे रहे हैं। मेरी पत्नी के नाम साझेदारी में खदान की लीज है, जिसके दस्तावेज ग्राम पंचायत व ग्रामीणों को बता दिया। फिर भी ग्रामवासी खनन नहीं करने देने की बात कर रहे हैं। सीमांकन भी करवा रखा है, मगर पटवारी द्वारा दोबारा सीमांकन के लिए कहा गया है। कल खान विभाग जांच कर लेगा।
सुरेशचंद्र मीणा, सहायक उप निरीक्षक उदयपुर व लीज कर्ता पति