पीडि़ता ने कहा कि पुलिस के उच्चाधिकारियों व महिला आयोग से भी मामले की शिकायत करने के बाद भी आरोपी का बचाव करते हुए पुलिस मुझ पर ही केस वापस लेने दबाव बनाया जा रहा है। पीडि़ता ने पुलिसिया कार्रवाई पर असंतुष्टि जताते हुए गुरुवार को प्रेसवार्ता लेकर पूरी आप बीती सुनाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
पुलिस का कहना है कि प्रकरण में लड़के खिलाफ धारा 376 के तहत मामला पंजीबद्ध किया जा चुका है। चूंकि आरोपी फरार है, इसलिए अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पीडि़ता ने गुरुवार को प्रेस क्लब भवन में प्रेसवार्ता में बताया कि शक्ति नगर निवासी सिद्धार्थ पिता टिब्बू वैष्णव से उनकी मुलाकात जिम में हुई।
इसके बाद 20171 में शादी करने का झांसा दिया और शारीरिक संबंध बनाया। इस तरह लगातार संबंध बनाते रहा। मेरे द्वारा शादी के लिए दबाव बनाने पर रायपुर लेकर गया। वहां एक मंदिर में मुझे मंगलसूत्र पहनाकर मांग में सिंदूर भर दिया। एक सप्ताह रहने के बाद दोनों घर लौटे।
इस बीच सिद्धार्थ ने हम दोनों की शादी वाली फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। घर वालों की समझाइश के बाद सप्ताहभर फिर लौट आए। फिर सिद्धार्थ का व्यवहार बदल गया और वह दूसरी लड़कियों के साथ बातचीत व घूमने लगा। मेरे द्वारा मना करने पर सिद्धार्थ से बहस और हाथपाई भी हुई है।
पीडि़ता ने बताया कि इस तरह से शादी कर लेने से मेरे घर वाले भी मेरे खिलाफ हैं। सिद्धार्थ के घर वालों ने कहा कि कहीं भी शिकायत कर लो हमारा कुछ नहीं होगा। पुलिस और प्रशासन में हमारी अच्छी पहुंच व पकड़ है। इस तरह धमकी देते हैं। इस पूरे प्रकरण को लेकर चार बार दुर्ग रेंज के आईजी से मिलने का प्रयास उसने किया लेकिन मुलाकात नहीं होने पर उनसे फोन में बात हुई, तो उन्होंने डीएसपी से मिल लेने की बात कही।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों से लगातार शिकायत कर थक चुकी हूं, लेकिन मामले में अब तक कुछ नहीं हुआ है। टीआई सिटी कोतवाली विरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है। जांच चल रही है। आरोपी फरार है। इसलिए गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।