script

स्कूल भवन व शिक्षकों की मांग को लेकर ७० किमी दूर से मुख्यालय पहुंचे बच्चे

locationराजनंदगांवPublished: Jul 15, 2019 08:56:54 pm

Submitted by:

Govind Sahu

जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर बताई परेशानी, खैरागढ़ क्षेत्र के ग्राम लक्षना से आए थे स्कूली बच्चे

system

स्कूल भवन व शिक्षकों की मांग को लेकर ७० किमी दूर से मुख्यालय पहुंचे बच्चे

राजनांदगांव. जिला मुख्यालय से ६५ किमी दूर खैरागढ़ ब्लाक के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम लक्षनाटोला के बच्चे गांव में स्कूल भवन व शिक्षक की मांग को लेकर सोमवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर व्यवस्था करने की मांग रखी है। गांव के सरपंच के साथ पहुंचे बच्चों ने बताया कि गांव में स्कूल नहीं होने के कारण शिक्षा ग्रहण करने उन्हें तीन किमी दूर लक्षना के पुरानी बस्ती में जाना पड़ता। वहां जाने के लिए कोई सुगम रास्ता नहीं है। क्षेत्र धुर नक्सल प्रभावित है। बारिश के दिनों में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते।

बच्चों को लेकर स्कूल भवन की मांग करने पहुंचे सरपंच गणेश पटेल व अन्य ने बताया कि ग्राम पंचायत लक्षना का आश्रित पारा वार्ड १, २, ३ लक्षनाटोला है। प्रधानपाठ बैराज का निर्माण होने के बाद लक्षना वार्ड ४ व ५ पूरी तरह डूबान क्षेत्र में आता है, लक्षना को पुन: बसाहट के लिए शासन द्वारा गाड़ाघाट के पास शासन द्वारा जगह चिन्हांकित किया गया है, जो वार्ड 1, 2, व 3 से लगभग तीन किमी दूर है। टोला की जनसंख्या लगभग तीन है, यहां प्राथमिक शाला में ३५ बच्चे अध्ययनरत है। इस वजह से यहां नया शाला भवन व शिक्षकों की व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है।
साल भर बाद भी नहीं मिली अनुमति
मिली जानकारी अनुसार यहां भवन निर्माण के लिए पिछले साल अगस्त में अनुमोदन हो चुका है, लेकिन शासन से पूरे 11 महीने बीत जाने के बाद भी निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिली है। शिक्षक नहीं होने से बच्चों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है। इससे पालकों की चिंता बढ़ गई है।
शासन स्तर तक पहुंचाया जाएगा
मामले में प्रशासन का कहना है कि लक्षनाटोला स्वतंत्र ग्राम पंचायत नहीं है। इस वजह से शासन से भवन की अनुमति मिलने में देरी हो रही है। फिर भी ग्रामीणों की मांग को शासन स्तर तक पहुंचाया जाएगा।
यहां अब तक स्कूल नहीं संचालन शुरू नहीं
डोंगरगांव क्षेत्र ग्राम हरदी (टेका) के हाई स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण अब तक क्लास शुरू नहीं हो पाई है। सोमवार को आक्रोशित पालकों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर जल्द शिक्षक व्यवस्था करने की मांग रखी है। पालकों ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में दाखिला दिलवा दिया है, लेकिन १५ जुलाई की स्थिति में स्कूल अब भी शिक्षक विहीन है। पालकों ने कहा कि जल्द शिक्षक की व्यवस्था हो या हमारे बच्चों को अन्यत्र संस्था में प्रवेश के लिए अनुमति दी जाए।

ट्रेंडिंग वीडियो