स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को ब्लाक के सलिहा में संक्रमित मिले मरीज की टै्रवल हिस्ट्री खंगाली तो ब्लाक के दपका गांव में चार लोग मिले। विभाग के कर्मी गांव पहुंचे और चार लोगों का सैंपल लिया। संक्रमित युवक हैदराबाद से इनके अलावा बालोद और अन्य जगह के लोगों के साथ वापस लौटा था। ब्लाक के बाहर संपर्क में आने वाले लोगों के लिए संबंधित इलाकों को एलर्ट किया गया। दपका में भी रविवार को सैंपल लिए गए चार लोग होम क्वारंनटाइन में थे जिसके बाद स्वास्थ्य अमला हड़बड़ा गया। सोमवार को भी 3 लोगों के सैंपल लिए गए जो क्वारंटाइन में है।
ब्लाक के गांवों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में 11 जून के बाद आए लोगों का आरसीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। स्वास्थ्य अमले ने सोमवार को ऐसे लोगो का सैंपल लिया और टेस्ट के लिए भेजा। क्वारंंटाइन सेंटरों में अब काफी कम लोग बचे है लेकिन इन वापस आए लोगों में ही संक्रमण का डर सबसे ज्यादा है। सबसे ज्यादा दिक्कत इस बात को लेकर भी है कि जो संक्रमण के सात मामले सामने आए है उनमें किसी प्रकार के लक्षण नही पाए गए थे। केवल एहतिहात और रेडजोन प्रदेशों से आने के कारण इनका सैंपल लिया गया था जो अब पॉजीटिव निकल रहा है।
कोरोना संक्रमण से जूझ रहे इलाकें में संक्रमण रोकथाम के लिए प्रशासन के लाख प्रयास को लोगों की लापरवाही भारी पड़ रही है। सलिहा में संक्रमित युवक क्वारंटाइन पूरा कर घर पहुंच चुका था। दपका में रविवार को सैंपल लिए गए लोग भी घर पहुंच चुके है। ऐसे में आंकड़ा बढऩे की आशंका लगातार बढ़ रही है तो दूसरी ओर लोगों द्वारा लापरवाही बरतने, होम आइसोलेशन का पालन नही करने, भीड़ में शामिल होने, मास्क का उपयोग नही करने, बेधड़क शहर आना जाना करने, दुकानों, बाजारों में खरीददारी करने जैसी लापरवाही लगातार जारी है।
बीएमओ खैरागढ़, डॉ.विवेक बिसेन ने कहा कि संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद इनके संपर्क में आए लोगों की लिस्ट खंगाली जा रही है। सभी का सैंपल लिया जा रहा है। क्वारंटाइन सेंटरों में आए लोगों का सैंपल भी लिया गया है।