पोलिंग बूथ खुजनेर से लगा हुआ है और यहां ग्रामीण मतदाता है। जो प्रत्याशी को देखकर मतदान करते है। अधिकांश मतदाता खेती पर निर्भर है। लेकिन यहां कर्मचारियों की संख्या भी कम नहीं है। पिछले साल यहां जिस तरह से भाजपा के लिए एक तरफा माहौल था। अब गणित बदलने लगा है। हमने कुछ लोगों से जब चर्चा की तो कुछ मतदाता अब विपक्ष में खड़े नजर आते हैं। साबरसिंह ने बताया कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार बढ़ा है और जनता परिवर्तन चाहती है। जबकि सिद्धनाथ किरार कहते हैं क्षेत्र में पहले से कुछ विकास तो हुआ है। जबकि अन्य ग्रामीण कहते हैं कि क्षेत्र के गांवों के अंदर पक्की सड़क, कीचड़ से मुक्ति, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। वहीं कुछ लोग स्कूलों का उन्नयन और नए भवनों का निर्माण से संंतुष्ट भी दिखे। खुजनेर और राजगढ़ को जोडऩे वाली पक्की सड़क को अब और मजबूत रोड में बदल दिया।
भाजपा को मत मिले ३२४ और कांग्रेस को 488
राजगढ़ विधानसभा का भोजपुर गांव यह वहीं गांव है जहां विधानसभा चनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा वोट मिले थे। वर्ष २०१३ के चुनाव में कांग्रेस के शिवसिंह बामलाबे को भाजपा के अमरसिंह यादव ने ५१२११ मतों से हराया था। इस चुनाव में कांग्रेस को बहुत कम बूथों पर जीत मिली थी। इनमें सबसे ज्यादा मत भोजपुर में ४८८ मत मिले थे। लेकिन यह मत भी एक तरफा नहीं थे। हम जब भोजपुर में वर्ष २०१३ की तुलना में अब के हालात जानने के लिए पहुंचे तो वहां कई लोगों से चर्चा की। जिनमें से अधिकांश लोगों का कहना था कि चुनाव के समय मोहनपुरा डैम की नहर लाने की बात कही गई थी। जो यहां नहीं आई।
इसके अलावा सड़कें हो या फिर अस्पताल कोई भी सुधार नहीं हुआ है। जिसे विकास कहा जाए। ग्रामीणों की यह भी शिकायत थी कि विधायक यहां आते जरूर हैं, लेकिन कुछ लोगों से मिलकर चले जाते हैं। ऐसे में उन्हें जमीनी हकीकत का पता नहीं। विधायक अमरसिंह यादव के अनुसार पिछले सालों की तुलना में इन पांच सालों में सिंचाई पेयजल और सड़कों को लेकर भारी काम हुए है। स्वास्थ्य विभाग की भी बात करं तो जिला मुख्यालय पर ट्रामा सेंटर और खुजनेर में नया अस्पताल भवन बना है।