मक्सी-विजयपुर के पचोर से बीनागंज के बीच के काम का जायजा लेने सीआरएस एके जैन और उनकी टीम स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण करेंगे। उनके साथ डीआरएम उदय बोरवानकर सहित नौ अन्य अफसर भी रहेंगे। इलेक्ट्रिफिकेशन लाइन के काम को फाइनल करने से पहले वे पूरी जांच करेंगे। उनकी ओके रिपोर्ट के बाद ही यहां बिजली वाली ट्रेन दौड़ पाएगी। कहा जाता है कि जिस ट्रैक की ओके रिपोर्ट सीआरएस नहीं देते वहां कभी बिजली वाली ट्रेन नहीं दौड़ पाती। बता दें कि इसी साल मार्च में हुए सीआरएस के दौरे के दौरान पचोर-बीनागंज वाला हिस्सा छूट गया था। अब दोबारा उसे गति मिली है।
इधर, स्टेशन को हाईटैक करने और सौंदर्यीकरण के लिए दो बड़े हाईमास्ट परिसर में लगाए जा रहे हैं। एक शहर की ओर से स्टेशन पर जाने वाले मुख्य एंट्रेंस पर लगाया जा रहा है और दूसरा डिपो के आउटर पर जहां पर मालगाडिय़ां रुकती हैं। हाईमास्ट से न सिर्फस्टेशन परिसर बल्कि स्टेशन रोड, रेलवे कॉलोनी सहित आस-पास का एरिया भी रोशन हो जाएगा।
&सीआरएस का प्रस्तावित दौर तय है। इससे पहले सीएलएस पैनल कनेक्ट किया गया है इससे डीजल वाली गाडिय़ों के साथ ही इलेक्ट्रिक गाडिय़ों को भी सिग्नल पास किए जा सकें।
-चंद्रभूषण कुमार, उप-स्टेशन प्रबंधक, ब्यावरा