scriptपांच गांवों के रास्ते बंद, घरों में घुसा पानी | Rain trouble | Patrika News

पांच गांवों के रास्ते बंद, घरों में घुसा पानी

locationराजगढ़Published: Sep 09, 2018 11:21:55 pm

Submitted by:

Ram kailash napit

बारिश से कई निचली बस्तियां जलमग्न , डूब क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ी

patrika news

village of Samlei this way the water of the dam is filled out of the house.

ब्यावरा. बारिश से कई निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं। वहीं डूब क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी और भी बढ़ गई। एक दिन पहले दूधी के ग्रामीणों के चक्काजाम के बाद आश्वासन दिया गया है कि जल्द सुनवाई होगी। अब लगातार बारिश से दूधी से ही लगे समेली, टांडी, रायपुरिया सहित आस-पास के अन्य पांच गांवों के रास्ते बांध के पानी के कारण बंद हो गए हैं। समेली गांव में लोगों के घरों में पानी घुस गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। गांव के रामप्रसाद हरिजन, रमेश, गंगाराम सहित अन्य ने बताया कि गांव के कुछ लोगों को शासन ने मुआवजा दिया, लेकिन आधे से अधिक अभी भी बचे हैं। पांच लाख रुपए प्रति निर्माण के हिसाब से देने की बोला गया था, लेकिन अब बारिश का पानी घरों में है, दिन-रात निकाल पाना मुश्किल हो रहा है। अभी तक किसी प्रकार की मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है न ही हमारे पुनर्वास की कोई व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है।

उक्त तमाम गांवों का संपर्क दूधी नदी में पानी बढ़ जाने से टूट गया है। अब लोग पांच किमी के फेर से माधोपुरा होकर रोड तक पहुंच रहे हैं, तब जाकर ब्यावरा आ पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिस बहुप्रतीक्षित मोहनपुरा परियोजना का शुभारंभ बीते दिनों पीएम मोदी ने किया उसकी हकीकत यह है कि अफसरों ने कई लोगों को मुआवजे से वंचित रखा। जल संसाधन विभाग का मुआवजा कागजों से बाहर नहीं निकल पाया। कई गांव के लोग इससे अभी भी वंचित है। ऐसे में हर दिन उनकी परेशानी को समझने वाला कोईनहीं है।चुनावी प्रचार-प्रसार और वीवी-पेट को समझाने में लगा जिला प्रशासन भी इनके दर्द को नहीं समझ पा रहा है।
दो दिन से लगातार हो रही बारिश के बाद रविवार को भी फुहारों का दौर जारी रहा। हालांकि तेज बारिश नहीं हुई, जिलेभर में दिनभर बूंदाबांदी और फुहारों वाली बारिश हुई। लगातार बारिश से तापमान में गिरावट आई और फिजा में ठंडक घुल गई। शनिवार-रविवार तक जिलेभर में करीब 44 एमएम औसत बारिश दर्ज की गई। अभी तक की औसत बारिश ने भले ही पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया हो, लेकिन जिले के लिए यह नाकाफी है। अभी भी जिले के तमाम जल स्रोतों और भूमिगत जलस्तर के लिए और बारिश की जरूरत है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा। आगामी तीन दिन में बारिश की स्थिति सामान्य और कमजोर होने के आसार हैं।
तेज हवा से आड़ी पड़ी फसलें
ब्यावरकलां. बारिश के कारण आम जनजीवन के साथ ही फसलों को अब नुकसान की संभावना बन रही है। शनिवार रात चली तेज हवाओं के कारणब्यावरा कला सहित आस-पास के गांवों में मक्का की फसल आड़ी पड़ गई। पककर तैयार होने की स्थिति में पहुंची मक्का के आड़ी पड़ जाने से नुकसान होने की पूर गुंजाइश है। वहीं, मौसम नहीं खुल पाने से भी फसलों को गति नहीं मिल पा रही। लगातार बारिश से सोयाबीन सहित अन्य खरीफकी महत्वपूर्ण फसलों के गलने की भी संभावना है।
मुआवजे के प्रकरणबनकर तैयार हैं, हमने जल संसाधन विभाग से बात की है। बचे हुए तमाम पेंडिंग मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जाएगा।
-प्रदीप सोनी, एसडीएम, ब्यावरा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो