मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के 50 साल का कार्यकाल गिनाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश का सर्वनाश कर दिया था,जिसे भाजपा विकास की राह पर लाई है। प्रेस वार्ता में जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराजसिंह जुमलेबाज हैं, अब उनकी जनता सुनने वाली नहीं है। उन्होंने कहा मेरे 10 साल और उनके 15 साल को लेकर किसी भी मंच पर वो मेरे सामने आ जाएं, पता लग जाएगा किस सरकार ने ज्यादा काम जनता के लिए किए हैं।
मैं अच्छे काम करता हूं तो कांग्रेसियों को गुस्सा आता है: सीएम….
दोपहर करीब 12 बजे पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने एकवीडियो जारी किया है जिसमें कहा गया है कि अगर आपको सरकार के खिलाफ गुस्सा आता है तो हमें भेजिए। उसमें जनता को गुस्सा नहीं आता बल्कि कांग्रेसियों को गुस्सा आता है। मैं बच्चों की फीस देता हूं, बेटियों को लाडली बनात हूं, किसानों को समर्थन मूल्य देता हूं, गरीबों को आवास देता हूं और एक रुपए में गेहूं देता हूं तो कांग्रेसियों को गुस्सा आता है गरीबों को नहीं।
संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया है। हमारे कार्यकाल में जितने रोड बने हैं कांग्रेस उनके गड्ढे भी नहीं भर सकती। सीएम ने फिल्मी अंदाज में कहा कि मैं विकास कार्य कर रहा हूं तो कांग्रेसियों को नींद नहीं आ रही है।
उन्होंने गाना गाया कि करवटे बदलते रहें रातभर हम… आपकी कसम। उन्होंने कहा कि काग्रेसियों की नींद उड़ी हुई है। आने वाली सरकार भी हमारी होगी इसके लिए मतदान जरूर करें। भाजपा के कई बड़े नेताओं बनाई दूरी
सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने रुठे हुए नेताओं को मनाने उनके नाम लिए लेकिन जिले के कई शीर्ष नेता सभा से गायब रहे। इनमें पूर्व विधायक पं. हरिचरण तिवारी के साथ ही ब्यावरा से जसवंत गुर्जर, दिलवर यादव, रामनारायण दांगी, जगदीश पंवार, नारायणसिंह सालरियाखेड़ी, मानसिंह टोंका सहित अन्य नेता भी मंच पर नजर नहीं आए।
हालांकि मुख्यमंत्री ने खास तौर पर नरसिंहगढ के पूर्व विधायक मोहन शर्मा, लक्ष्मीनारायण पचवर्या, खिलचीपुर से ज्ञानसिंह गुर्जर को मनाया और बार-बार नाम लिया। बता दें कि टिकिट वितरण को लेकर संघ खेमे के साथ ही कुछ भाजपाइयों में नाराजगी है। हालांकि खुलकर विरोध किसी ने भी नहीं किया है।
जिन्हें टिकिट नहीं मिला उनसे हाथ जोडक़र माफी चाहता हूं : दिग्विजय दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मंगल भवन पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजनीति में सबसे कठिन काम टिकिट बांटना है और यह मैं सन 1984 से कर रहा हूं। टिकिट यानीं एक अनार सौ बीमार जैसी स्थिति। सभी समर्पित कार्यकर्ता हैं सभी ईमानदार हैं लेकिन सभी को तो टिकिट नहीं दिया जा सकता। जिन लोगों को टिकिट नहीं मिला है उनसे मैं हाथ जोडक़र माफी चाहता हूं, टिकिट वितरण के मैं जिम्मेदार हूं, दिग्विजय जिम्मेदार है। मैं उन सभी से अनुरोध करता हूं कि पांचों विधानसभा से कांग्रेस को जीत हासिल करवाएं।
साथ ही पांचों प्रत्याशियों से कहा कि यह आप लोगों की जवाबदारी है कि कांग्रेस के वरिष्ठ लोगों के संतुष्ट करें। हालांकि टिकिट वितरण को लेकर नाराजगी फिर भी देखने को मिली। राजगढ़ क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रताप मंडलोई ने पूरी तरह से दूरी बनाई। वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं।
दो लाख तक का कर्ज माफ होगा… दिग्विजय सिंह ने सभा में कहा कि हमारी सरकार यदि सत्ता में आती है तो किसानों का दो लाख तक का केसीसी का कर्ज माफ किया जाएगा। साथ ही बेरोजगार युवाओं के लिए विशेष योजनाएं और अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने शिवराज सरकार को खूब कोसा और कहा कि दो घंटे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां आए थे, मुझे लोगों ने बताया कि इससे आधी भीड़ भी वहां नहीं थी। इससे हमें विश्वास है कि आप लोग कांग्रेस को ही जीत दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि सन-1985 और 1998 में पांचों सीटों पर कांग्रेस विजय हुई थी और मुझे विश्वास है 2018 में भी पूरी सीटें कांग्रेस के नाम होगी।
झलकियां -भाजपा से ज्यादा समर्थक कांग्रेस में नजर आए। -तय समय से दो घंटे देरी से पहुंचे दिग्विजय। -पुलिस फोर्स को छोड़ प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से नदारद रहे। -नाका नंबर-तीन और कांग्रेस कार्यालय पर लोगों की भीड़़ डटी रही।
-पूरे समय रुठे हुए को मनाती रही दोनों पार्टियां। पांचों विधानसभा के प्रत्याशियों की सूची भाजपा विधानसभा प्रत्याशी राजगढ़ अमरसिंह यादव ब्यावरा नारायणसिंह पंवार नरसिंहगढ़ राज्यवर्धनसिंह सारंगपुर कुंवर कोठार
खिलचीपुर हजारीलाल दांगी
कांग्रेस विधानसभा प्रत्याशी राजगढ़ बापूसिंह तंवर ब्यावरा गोवर्धन दांगी नरसिंहगढ़ गिरीश भंडारी सारंगपुर कला मालवीय खिलचीपुर प्रियवृतसिंह खिंची