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मजदूरों से भरी पिकअप पर गिरा 11 केवी का तार, छह को लगा करंट

locationराजगढ़Published: Sep 24, 2018 01:41:33 pm

Submitted by:

Amit Mishra

अधिकारी अस्पताल से लेकर भागे निजी अस्पताल

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मजदूरों से भरी पिकअप पर गिरा 11 केवी का तार, छह को लगा करंट

राजगढ़. मोहनपुरा डैम की नहरों का काम चल रहा है। जिसे एलएनटी कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। मजदूरों से भरी पिकअप चाटूखेड़ा से रोज्या जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में पडऩे वाला बिजली का तार अचानक टूटकर पिकअप पर गिरा। पिकअप में 15 मजदूर बैठे हुए थे। हालांकि करंट का असर छह मजदूरों पर ज्यादा पड़ा।
घायल अवस्था में मजदूरों को जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां डॉ. सुधीर कलावत उनका इलाज कर रहे थे। इससे पहले मामले की जानकारी लेते हुए उन्होंने एमएलसी के लिए पुलिस को पत्र लिखना चाहा। जैसे ही इस बात की सूचना एलएनटी के अधिकारियों को लगी वे तुरंत अस्पताल पहुंचे और घायल अवस्था में बगैर इलाज कराए उन्हें वहां से निजी चिकित्सालय ले गए।

कहां हुआ इलाज!
यह मामला सीधा-सीधा एक्सीडेंट से जुड़ा हुआ था। जिसमें राजदेव, विश्रामसिंह, जमुना गुप्ता सहित छह लोगों को अस्पताल लाया गया था। इन सभी को एलएनटी के अधिकारी निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए ले गए। लेकिन संबंधित अस्पताल ने थाने को सूचना दिए बगैर कैसे सभी का उपचार किया। कहीं न कहीं अस्पताल भी इस मामले में दोषी नजर आता है।

पंजीयन जांच जरूरी
जिस हिसाब से मजदूरों की एमएलसी की सूचना लगते ही कंपनी के अधिकारी सभी मजदूरों को जिला चिकित्सालय से ले गए। सवाल यह है कि आखिर क्यों निशुल्क उपचार की जगह उन्होंने जिला चिकित्सालय में मजदूरों का इलाज नहीं कराया। क्या उनका पंजीयन था या नहीं। यह भी जांच का विषय है।

108 की टक्कर से घायल हुआ ग्रामीण

राजगढ़. रविवार दोपहर पुराने बस स्टैंड पर 108 वाहन की टक्कर से बाल्दिया निवासी एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीण भंवरलाल तंवर निवासी बाल्दिया पुराने बसस्टैंड पर खड़ा हुआ था। वहां से गुजरी डायल 108 से उसकी टक्कर हो गई। उसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया। उस समय अस्पताल में आरोग्य योजना कार्यक्रम चल रहा था। ऐसे में उपचार में कुछ लेटलाली हुई। जबकि दुर्घटना में भंवरलाल को खासी चोंट आई थी। घायल के साथ में आए ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जसंवत गुर्जर के समझाने पर वे शांत हुए।


बताया जा रहा है कि घायल का कोई नहीं है। ऐसे में अन्य ग्रामीण ही उसकी देखरेख करते है। हालांकि दुर्घटना के बाद कांशी निवासी मांगीलाल तंवर जिला चिकित्सालय पहुंचा और भंवरलाल को अपने साथ ले जाने की बात करने लगा। लेकिन वहां मौजूद अन्य ग्रामीणों ने इसका विरोध कर उसे वहां से भगा दिया।

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